कफ सिरप से जुड़ी घटनाओं के बाद सख्त हुई केंद्र सरकार, सभी राज्यों को सतर्क रहने के दिए निर्देश
Cough syrup case: राजस्थान और मध्य प्रदेश में हाल ही में कफ सिरप से जुड़ी घटनाओं के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इन घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए हर राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों ने अपने-अपने स्तर पर जांच और सख्त निगरानी शुरू कर दी है।
Cough syrup case: दवा कंपनियों की जांच और सैंपल जांच
सरकार ने निर्देश दिया है कि सभी दवा निर्माण कंपनियों (मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स) की गहन जांच की जाए। यह देखा जा रहा है कि दवाइयां कहां और किस प्रक्रिया से बनाई जा रही हैं। साथ ही, दवाओं की गुणवत्ता की जांच के लिए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स से सैंपल लिए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया में यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रयोगशालाओं (लैबोरेट्रीज) में परीक्षण सही तरीके से हो रहे हैं या नहीं। इसके लिए एक विशेष जांच टीम (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन) बनाई गई है जो पूरे काम पर नजर रख रही है।
Cough syrup case News: कंपनियों पर कार्रवाई
अब तक लगभग 10 मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को नोटिस जारी किए गए हैं। इनमें से दो कंपनियाँ ऐसी पाई गईं जो निर्धारित मानकों का पालन नहीं कर रही थीं। इसलिए इन दोनों कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि सरकार दवा निर्माण की गुणवत्ता को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी।
हरियाणा सरकार के प्रयास
पिछले एक साल में हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी अस्पतालों में डॉक्टरों की नियुक्ति की है ताकि मरीजों को बेहतर उपचार मिल सके। इसके अलावा, सरकार ने आयुर्वेदिक संस्थानों के साथ कई एमओयू (MOU) भी किए हैं। इसका उद्देश्य आयुर्वेदिक उपचार को बढ़ावा देना और आधुनिक चिकित्सा प्रणाली के साथ जोड़ना है।
सिविल अस्पतालों को मजबूत बनाने के प्रयास
राज्य सरकार सिविल अस्पतालों की सुविधाओं को बेहतर करने पर भी जोर दे रही है। जिन उपचार प्रक्रियाओं (प्रोसीजर्स) को सरकारी अस्पतालों में करना संभव नहीं होता, उन्हें निजी अस्पतालों में करवाया जा रहा है ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके।
नई ड्रग टेस्टिंग लैब्स की स्थापना
दवाओं की गुणवत्ता की जांच को और बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने नई ड्रग टेस्टिंग लैब्स खोलने की पहल की है। फिलहाल एक लैब स्थापित की जा चुकी है और केंद्र सरकार की अनुमति मिलने पर तीन नई लैब्स खोलने की योजना है। इन लैब्स के जरिए राज्य में बनने वाली दवाओं की गुणवत्ता की जांच तेज़ी से और वैज्ञानिक ढंग से की जा सकेगी।
यह भी पढ़ें: Amazon Layoffs: 30 हजार लोगों की नौकरी खतरे में! जानें अमेजन क्यों कर रहा है कर्मचारियों की छंटनी