3 कारण जिस वजह से छिनेगी पाकिस्तान से चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी
3 Reasons why ICC Champions Trophy Could be Shifted from Pakistan : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन को लेकर तमाम क्रिकेट फैंस काफी ज्यादा उत्साहित हैं, क्योंकि आठ सालों के लम्बे इंतजार के बाद इस मेगा टूर्नामेंट की वापसी हो रही है। चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी इस बार पाकिस्तान के हाथों में है। यहां तक कि आईसीसी की तरफ से टूर्नामेंट के लिए बजट भी पास किया जा चुका है।
लेकिन सच कहें तो अभी भी इस बात की कोई पक्की गारंटी नहीं है कि चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में ही खेली जाएगी। ऐसे कई बड़े प्रमुख कारण हैं, जिनकी वजह से पाकिस्तान के हाथों से अभी भी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी छीनी जा सकती है और टूर्नामेंट दूसरी जगह खेला जा सकता है। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 कारणों का जिक्र करेंगे कि आखिर क्यों चैंपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान से बाहर शिफ्ट किया जा सकता है।
इन 3 बड़ी वजहों से छीनी जा सकती है चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की पाकिस्तान से मेजबानी ?
1. सुरक्षा को लेकर चिंता
कोई टूर्नामेंट पाकिस्तान में हो और सुरक्षा का हवाला ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता। हाल ही में जितनी भी बाईलेटरल सीरीज वहां अभी तक हुई है उससे पहले सभी टीम के मैनेजमेंट ने खुद पाकिस्तान जा कर पाकिस्तान की सुरक्षा चेक की। पाकिस्तान में जब भी कोई टीम दौरा करने जाती है, तो सबसे अहम मुद्दा सुरक्षा का होता है। हर देश अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से पहले वहां के सुरक्षा इंतजामों की जांच खुद करना पसंद करता है। हालांकि, इसके बावजूद कुछ अनहोनी होने की चिंता खिलाड़ियों को परेशान करती रहती है। चैंपियंस ट्रॉफी में विश्व की आठ बड़ी टीमें हिस्सा लेंगी। ऐसे में पाकिस्तान के लिए सभी टीमों के खिलाड़ियों को सुरक्षा प्रदान आसान नहीं होगा। सुरक्षा के इंतजाम ज्यादा कड़े होने से खिलाड़ी गेम पर सही से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे। इस वजह से उनके खेल पर भी असर पड़ेगा। खिलाड़ियों को ऐसे माहौल की जरूरत रहेगी, जहां वह खुलकर खेलने के साथ-साथ एन्जॉय भी कर सकें। पाकिस्तान में इस तरह का माहौल मिलना लगभग नामुमकिन के बराबर है।
2. टीम इंडिया पाकिस्तान जाने से कर चुकी है मना
बीसीसीआई ने पहले ही साफ मना कर दिया है कि वो सरकार की अनुमति के बिना टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं भेजेगा। ऐसे में अगर आईसीसी इवेंट को हाइब्रिड मॉडल के तहत नहीं करवाता, तो टीम इंडिया इसमें हिस्सा नहीं लेगी। इससे आईसीसी के रेवेन्यू पर भी तगड़ा असर पड़ेगा। वहीं, भारतीय टीम के आईसीसी के टूर्नामेंट में ना होने से पूरा मजा भी किरकिरा हो जाएगा। भारतीय टीम के बिना शायद ही किसी आईसीसी ट्रॉफी की वो वैल्यू हो जो उसे मिलती है, सब जानते हैं कि भारतीय फैंस विश्व के हर हिस्से में टीम इंडिया के मैच देखने जाते हैं लेकिन भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जायेगी क्योंकि टीम इंडिया के फैंस के बिना कोई भी मैच किरकिरा ही हो जाता है। 2 महीने बाद आईसीसी चेयरमैन के रूप में जयशाह विराजमान हो जाएंगे और लगभग यह बात कन्फर्म है कि पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी की पूरी मेजबानी ना मुमकिन है।
3. लम्बे समय से पाकिस्तान ने नहीं की आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी
पाकिस्तान ने आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी आखिरी बार 1996 में की थी। 28 सालों के बाद पाकिस्तान इतने बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा, ऐसे में ये उसके लिए आसान नहीं होगा। 1996 और वर्तमान समय में काफी बदलाव आ गया है। ऐसे में पाकिस्तान को कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। पाकिस्तान में सुविधाओं की भी कमी है। इस वजह से चैंपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान से शिफ्ट करना सही फैसला हो सकता है। हमने हाल ही में पाकिस्तान में हुए स्टेडियम के हालत देखे, यहां तक कि इंग्लैंड की टीम को 1 महीने से कम समय के अन्दर पाकिस्तान का दौरा करना है लेकिन अभी तक मैच कहां होंगे, मेहमान टीम kahan ठहरेगी इस बात का कुछ अता पता तक नहीं है।