World Cup जीताने में Arshdeep Singh ने भी निभाई गेम चेंजर की भूमिका, लेकिन कोई नहीं कर रहा याद
Arshdeep Singh: टी-20 वर्ल्ड कप जीतने में भारत के बल्लेबाजों के साथ साथ टीम के गेंदबाजों का सबसे बड़ा योगदान रहा है। जैसे बल्लेबाजों ने रन्स बनाये वैसे ही गेंदबाजों ने विकेट्स लिए लेकिन इन सबके बीच भारत के वर्ल्ड क्लास गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की बात तो सब कर रहे है और हर ओर उनके नाम की चर्चा है। वहीं उनको तो मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया, लेकिन बुमराह की चकाचौंध में उनके साथी गेंदबाज Arshdeep Singh को सबने भुला दिया है और उनका योगदान कहीं खो सा गया है।
HIGHLIGHTS
- बुमराह की चकाचौंध में उनके साथी गेंदबाज Arshdeep Singh को सबने भुला दिया है
- t20 वर्ल्ड कप में उन्होंने सबसे ज्यादा 17 विकेट भी लिए।
- कब हुआ अर्शदीप सिंह का डेब्यू
Arshdeep Singh ने लिए सबसे ज्यादा विकेट
बता दें Arshdeep Singh टी-20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए गेंदबाजी की शुरुआत कर रहे थे। t20 वर्ल्ड कप में उन्होंने सबसे ज्यादा 17 विकेट भी लिए। लेकिन, जसप्रीत बुमराह के मुकाबले वो थोड़े से महंगे साबित हुए, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ कांटे के मुकाबले में अर्शदीप सिंह ने गेम चेंजर की भूमिका निभाई है। जी हाँ टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में साउथ अफ्रीका को जब 12 गेंदों पर सिर्फ 20 रनों की जरूरत थी तो कप्तान रोहित शर्मा ने गेंद अर्शदीप सिंह के हाथों में थमाई। और उस समय डेविड मिलर भी एक छोर पर खड़े थे, लेकिन अर्शदीप सिंह की पैनी गेंदों ने साउथ अफ्रीका के केशव महाराज और डेविड मिलर को कोई मौका नहीं दिया। और 19वें ओवर में साउथ अफ्रीका ने मात्र चार रन बना सका।
13वे ओवर में Arshdeep Singh ने किया कमाल
अगर अर्शदीप का यह ओवर महंगा साबित होता तो टीम इंडिया के लिए बेहद मुश्किल हो जाती। फाइनल में अर्शदीप सिंह ने चार ओवर में मात्र 20 रन देकर दो विकेट लिए। ये दोनों विकेट ही बेहद अहम थे। मैच के तीसरे ओवर में अर्शदीप सिंह ने साउथ अफ्रीका के कप्तान एडन मार्करम और 13वें ओवर में घातक बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक को पवेलियन भेजा। लेकिन इस गेंदबाज की बात कोई नहीं कर रहा है। आइये एक नजर डालते है अर्शदीप सिंह के शुरुवाती दिनों पर।
कैसा रहा Arshdeep Singh का अभी तक सफर
5 फरवरी 1999 को मध्य प्रदेश के गुना शहर में जन्मे अर्शदीप सिंह के पिता केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में कार्यरत थे। 25 साल सीआईएसएफ में सर्विस करने के बाद वो परिवार के साथ चंडीगढ़ के करीब पंजाब में खरड़ चले आए। यहां अर्शदीप ने पड़ोस के बच्चों के साथ गली क्रिकेट खेलना शुरू किया। 16 साल की आयु में पिता ने उन्हें चंडीगढ़ की जसवंत राय क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिला दिया। Arshdeep Singh भी अपने पिता के अरमानों पर खरे उतरे और उनका वर्ष 2018 में भारत की अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप टीम में सिलेक्शन हुआ। उस वर्ष भारत में यह वर्ल्ड कप जीता था। वर्ष 2018 में वो पंजाब के लिए अंडर-19 क्रिकेट टीम में भी सिलेक्ट हुए और सीके नायडू ट्रॉफी में खेले। राजस्थान अंडर-19 टीम के खिलाफ उन्होंने एक पारी में 8 विकेट लिए, जिसमें एक हैट्रिक भी शामिल थी। अर्शदीप की प्रतिभा को पहचाते हुए वर्ष 2019 में उन्हें आईपीएल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब ने 20 लाख रुपए में खरीद लिया।
कब हुआ अर्शदीप सिंह का डेब्यू
Arshdeep Singh अधिक दिनों तक टीम इंडिया के सिलेक्टर्स की नजरों से बच नहीं सके। जुलाई 2022 में उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच खेलने का मौका मिला और जल्द उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ नवंबर 2022 में वनडे मैच खेल लिया। अर्शदीप सिंह अब तक छह वनडे इंटरनेशनल मैचों में 10 विकेट ले चुके हैं और टी-20 में उन्होंने 52 मैचों में 79 विकेट लिए हैं। अभी समाप्त हुए टी-20 वर्ल्ड कप में अर्शदीप सिंह ने इंग्लैंड को छोड़कर सभी टीमों के खिलाफ विकेट लिए हैं। टी-20 वर्ल्ड कप में उनके सर्वाधिक 17 विकेट हैं।