Duleep Trophy : संजू सैमसन का बेहद खराब प्रदर्शन, टेस्ट खेलने का सपना कहीं रह न जाए अधूरा
Duleep Trophy : विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वापसी अच्छी नहीं रही। दलीप ट्रॉफी में भारत ए के खिलाफ भारत-डी के लिए खेलते हुए वह सिर्फ पांच रन ही बना पाए। घरेलू क्रिकेट में भी उनका लक उनके साथ नहीं दिखा। इंडिया-ए पहले बल्लेबाजी करते हुए 290 रन बनाए। इसके जवाब में उतरी इंडिया-डी की पारी लड़खड़ा गई। दूसरे दिन सलामी बल्लेबाज यश दुबे के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे सैमसन से काफी उम्मीदे थीं। उन्होंने तेज गेंदबाज आकिब खान की शॉर्ट गेंद पर चौका लगाकर अपना खाता खोला कर अपने इरादे जाहिर किए।
HIGHLIGHTS
- विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वापसी अच्छी नहीं रही
- दलीप ट्रॉफी में भारत ए के खिलाफ भारत-डी के लिए खेलते हुए वह सिर्फ पांच रन ही बना पाए
- घरेलू क्रिकेट में भी उनका लक उनके साथ नहीं दिखा
संजू सैमसन से दलीप ट्रॉफी में भी नहीं बने रन
संजू सैमसन के बारे में ये मशहूर हैं कि वे बड़ी पारी नहीं खेल पाते हैं। हालांकि आईपीएल में वे लगातार बेहतर खेल दिखाने में कामयाब रहे थे, लेकिन जब इंटरनेशनल क्रिकेट की बात आती हो तो उनमें निरंतरता का अभाव दिखता है। शायद यही वजह है कि वे टीम से अंदर बाहर होते रहते हैं। अपने लंबे इंटरनेशनल करियर के दौरान संजू चुनिंदा मैच ही खेल पाए हैं। अब जब उन्हें पहले मैच के बाद दलीप ट्रॉफी के दूसरे मुकाबले में मौका मिला तो वे वहां भी नहीं चले। संजू सैमसन ने अपनी टीम के लिए 6 बॉल पर केवल 5 रन बनाए और आउट होकर वापस लौट गए।
भरत की जगह प्लेइंग इलेवन में हुए शामिल
सैमसन को पहले दलीप ट्रॉफी की चार टीमों में से किसी में भी नहीं चुना गया था, लेकिन कमर की चोट के कारण ईशान किशन के पहले दौर से बाहर होने के बाद केरल के इस क्रिकेटर को इंडिया डी टीम में शामिल किया गया। हालांकि, उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली और केएस भरत को प्राथमिकता दी गई थी।
अभी तक भारत के लिए टेस्ट नहीं खेल पाए हैं संजू सैमसन
बात अगर संजू के इंटरनेशनल करियर की करें तो अभी तक उन्हें भारत की टेस्ट टीम में मौका नहीं मिला है। उन्होंने अब तक भारत के लिए 16 वनडे मैच खेलकर 510 रन बनाए हैं, इसमें एक शतक भी शामिल है। वहीं टी20 इंटरनेशनल में उन्होंने 30 मुकाबले खेलकर 444 रन बनाए हैं। यहां वे केवल दो ही अर्धशतक लगा पाए हैं। अब जिस तरह का खेल उन्होंने दलीप ट्रॉफी में दिखाया है, उससे नहीं लगता कि उनकी वापसी जल्द हो पाएगी। हालांकि अभी इस मैच की एक पारी और उनके पास है, जहां वे अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं।