First Test Match : 147 साल पहले हुए TEST MATCH के पीछे का इतिहास, कौन बना था चैंपियन
आज जिस क्रिकेट मैच को देखने के लिए लाखों कि संख्या में दर्शक स्टेडियम में पहुँच जाते हैं, और टीवी और मोबाइल कि स्क्रीन पर न जाने कितने करोड़ व्यूज हमेशा नज़र आते हैं आखिर उस क्रिकेट खेल कि शुरुआत कैसे हुई थी। विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर, कपिल देव, सुनील गावस्कर, महाराजा रणजीत सिंह, जैसे नाम भारतीय क्रिकेट इतिहास में सदैव याद किये जाते हैं लेकिन यह खेल इनसे भी बहुत पहले शुरू हुआ था और इसकी शुरुआत हुई थी इंग्लैंड में, जब इंग्लैंड ने भारत को अपना ग़ुलाम बनाया तब यह खेल धीरे धीरे भारत में नामचीन हुआ।
- HIGHLIGHTS
- 147 साल का हुआ टेस्ट क्रिकेट
- आखिर कौन था, टेस्ट मैच का चैम्पियन
- क्रिकेट इतिहास के पहले टेस्ट मैच का हाल
टेस्ट क्रिकेट मैच की आधिकारिक शुरुआत 15 मार्च 1877 को हुई थी। टेस्ट क्रिकेट का पहला मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ था। ये मैच मेलबर्न के क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था। उस मैच में कंगारूओं ने 45 रनो से जीत दर्ज की थी। क्रिकेट के इतिहास में 15 मार्च का दिन बेहद ख़ास है | 147 साल पहले यानी आज के दिन 15 मार्च 1877 में इसी दिन टेस्ट क्रिकेट मैच की आधिकारिक रूप से शुरुआत हुई थी। उस समय ये टेस्ट क्रिकेट मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में ऐतिहासिक तौर पर खेला गया था। इस मैच की ख़ास बात ये थी, की इस टेस्ट मैच की किसी भी तरीके से कोई सीमा नहीं तय की गई थी।
इस टेस्ट क्रिकेट मैच के नियमो की बात करें, तो इस मैच में दोनों टीमों को दो-दो पारियां खेलनी थी। चाहे इस मैच को कितने भी दिन लग जाये, टेस्ट इतिहास का पहला मुकाबला 15 मार्च से लेकर19 मार्च तक खेला गया था। टेस्ट मैच की शुरुआत के 3 दिनो के खेल के बाद चौथे दिन यानी 18 मार्च 1877 को रेस्ट डे रखा गया था। इस मैच के आखिरी दिन यानी 19 मार्च 1877 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड से 45 रनो से जीत हासिल की थी।
Test Match का पहला शतक बैनरमैन ने जड़ा
ये ऐतिहासिक टेस्ट मैच ओपनर बल्लेबाज़ चार्ल्स बैनरमैन के लिए बेहद ख़ास साबित हुआ। चार्ल्स बैनरमैन के बल्ले से इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच के पहले ही दिन पहला शतक निकला था। यही नहीं इस टेस्ट मैच का पहला टेस्ट रन भी बैनरमैन के ही बल्ले से निकला था। इस टेस्ट मैच की पहली गेंद अल्फेर्ड शॉ ने फेकि थी और इस बॉल का सामना भी बल्लेबाज़ चार्ल्स बैनरमैन ने किया था।
इंटरनेशनल क्रिकेट मैच की जब भी बात की जाएगी, तो चार्ल्स बैनरमैन का नाम सबसे पहले आएगा। कंगारू बल्लेबाज़ चार्ल्स बैनरमैन ने इस टेस्ट मैच में पचास के व्यक्तिगत स्कोर को छुआ। इतना ही नहीं बैनरमन ने इस अर्धशतक को पुरे शतक में तब्दील कर इतिहास रच दिया।दरअसल इस क्रिकेट मैच के बाद बैनरमैन चोटिल हो गए थे, उनकी उंगली में चोट लगी थी। इस टेस्ट क्रिकेट में बैनरमैन ने 165 रन बनाये थे और इसके बाद वो रिटायर्ड हर्ट हुए थे।
बैनरमैन के बाद मिडविंटर का था कहर
देखा जाए तो ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के स्कोर 245 में अकेले 165 रन बैनरमैन ने बनाए थे। जवाब में इंग्लिश टीम अपनी पहली पारी में 196 रन ही बना सकी. सलामी बल्लेबाज हैरी जुप्प ने सबसे ज्यादा 63 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से बिली मिडविंटर ने पांच विकेट चटकाए । इस तरह ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 49 रनोंं की अहम बढ़त मिली। इसके बाद इंग्लैंड ने पलटवार करते हुए ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को महज 104 रनोंं पर ढेर कर दिया ।ऑस्ट्रेलिया के सात बल्लेबाज तो दोहरे अंकों में भी नहीं पहुंच पाए ।इंग्लैंड के लिए अल्फ्रेड शॉ ने पांच और जॉज उलिएट ने तीन विकेट चटकाए ।अब इंग्लैंड की टीम को मुकाबला जीतने के लिए 154 रन बनाने थे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर।
टॉम कैंडल ने दिलाई थी ऐतिहासिक जीत
टॉम कैंडल के आगे अंग्रेजी बल्लेबाज टिक नहीं पाए, जिसके चलते पूरी टीम 108 रनोंं पर ढेर हो गई थी और 45 रनोंं से मुकाबला गंवा बैठी| इंग्लैंड के सिर्फ तीन बल्लेबाज दोहरे अंकों में पहुंच पाए| विकेटकीपर जॉन सेल्बी ने सबसे ज्यादा 38 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए टॉम कैंडल ने सात और जॉन होजेस ने दो विकेट लिए देखा जाए तो टेस्ट क्रिकेट में अब तक 2535 मैच खेले जा चुके हैं। सबसे ज्यादा टेस्ट मैच इंग्लैंड (1071 मैच) ने खेले हैं। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मामले में तीसरे स्थान पर है। भारत ने अब तक 579 मुकाबले खेले हैं। इस दौरान भारत ने 178 टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है, जबकि इतने ही मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा भारतीय टीम के 222 टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए, वहीं एक मैच टाई रहा।
क्रिकेट इतिहास के पहले टेस्ट मैच का हाल
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 245 रन और दूसरी पारी में 104 रन बनाये थे, जबकि टारगेट की बात करें तो केवल 154 रन थे। वही इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में 196 रन और दूसरी पारी में 108 रन बनाये थे। आखिरी में इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच का परिणाम यह था की ऑस्ट्रेलिया ने 45 रन से जीत हासिल की थी।