कैसे बड़ौदा के लड़के ने मारी भारतीय टीम में एंट्री, पाकिस्तान के मुंह से छीन चुके हैं कई बार जीत |Hardik Pandya|
1983 विश्वकप में भारत का सामना वेस्टइंडीज से हुआ, उस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 183 रन बनाए। दो बार के वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज के सामने यह स्कोर बौना लग रहा था लेकिन कपिल देव के शानदार कैच ने मैच भारत की तरफ मोड़ दिया और भारत पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने में सफल हुआ। विवियन रिचर्ड्स के उस अद्भुत कैच को भारतीय क्रिकेट फैंस आज तक याद रखते हैं। लेकिन कपिल देव के संन्यास के बाद से ही भारत को सफल फ़ास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर की कमी साफ़ तौर पर खलनी शुरू हुई।
HIGHLIGHTS
- 2016 में हुआ Hardik Pandya का डेब्यू
- इस समय भारतीय टीम के उपकप्तान हैं हार्दिक
- मुंबई इंडियस ने भी सौंपी Hardik Pandya को टीम की कमान
- फैंस रोहित से कप्तानी छीनने से नाखुश
इरफ़ान पठान, अजीत अगरकर, मनोज प्रभाकर, रजत भाटिया, स्टुअर्ट बिन्नी, ऋषि धवन जैसे खिलाड़ी अपने-अपने समय में टीम इंडिया से जुड़े जरूर लेकिन टीम में अपनी जगह वह सही ढंग से पक्की नहीं कर पाए। इस बीच 2015 वर्ल्ड कप में भारत अपने साथ ऋषि धवन और स्टुअर्ट बिन्नी जैसे खिलाड़ियों को अपने साथ ऑस्ट्रेलिया लेकर गया लेकिन खराब प्रदर्शन के चलते सब एक एक करके टीम से बाहर हो गए। भारत के पास स्पिन ऑलराउंडर जितने शानदार थे उतनी ही परेशानी फ़ास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर की थी। जहां स्पिन ऑल राउंडर में भारत के पास हरभजन सिंह, रवीन्द्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन,अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी आए लेकिन दूसरी तरफ फ़ास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर की समस्या बढ़ती ही जा रही थी।
Hardik Pandya का उदय
इसी बीच सन 2016 में मुंबई इंडियस में एक पतले से लड़के की एंट्री हुई जिसका नाम था हार्दिक पंड्या उसके दमदार हिटिंग से सभी चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। हार्दिक को सबसे पहले मुंबई ने सिर्फ 10 लाख की राशि में अपनी टीम में जोड़ा था। लेकिन हार्दिक ने उस दिन के बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके शानदार प्रदर्शन का इनाम उन्हें जल्द ही मिला जब वह भारतीय टीम में पहली बार चुने गए। 2016 टी20 वर्ल्ड कप का भारत बनाम बांग्लादेश तो सबको याद ही होगा वह हार्दिक ही थे जिन्हें 3 गेंद पर 2 रन बचाने थे और उन्होंने भारत को एक रन से जीत दिलाई थी। उसके बाद फिर क्या था अगर तेज़ रन बनाने हो तो हार्दिक, अगर भारत को विकेट चाहिए तो हार्दिक, फील्डिंग स्टैण्डर्ड सेट करना हो तो हार्दिक मानो हर जगह सिर्फ हार्दिक ही हार्दिक छा गए थे। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत भले ही बुरी तरह हार गया लेकिन उनकी हिटिंग से एक समय भारत के फैंस जीत संजो कर बैठ गई थी। अगर उस दिन हार्दिक रनआउट नहीं होते तो शायद भारत जीत भी जाता। यहां तक सब सही था भारत के क्रिकेट फैंस हार्दिक के कायल हो चुके थे लेकिन यहां से वक़्त ने करवट लेनी शुरू की।
2018 एशिया कप में लगी चोट के बाद बदले हालात
2018 एशिया कप में हार्दिक पंड्या चोटिल हो गए और लगभग काफी समय तक वह टीम से बाहर रहे आपको याद होगा निधास ट्रॉफी फाइनल जहां विजय शंकर ने एक दम धीमी बल्लेबाज़ी की थी वो तो शुक्र हो दिनेश कार्तिक का जिन्होंने भारत को उस मैच में जीत दिला दी। लेकिन यहां पर सभी हार्दिक को बहुत ज्यादा मिस कर रहे थे। हार्दिक ने लंबे समय बाद जब टीम में वापसी की तो उन्हें सीधे भारतीय टीम में एंट्री मिली। क्योंकि भारत के पास कोई भी फ़ास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर था ही नहीं। यहां से हार्दिक को एक बात समझ में आ गई कि मुझे टीम इंडिया की जरूरत नहीं बल्कि टीम इंडिया को मेरी ज़रुरत है। उसके बाद से ही हार्दिक के रवैये में बदलाव आना शुरू हो गया। ना तो वह सही तरह से सीनियर खिलाड़ियों की बात मानते और ना ही अन्य खिलाड़ियों की बात को ज्यादा महत्व देते। इस बीच 2021 में उन्हें मुंबई इंडियस से बाहर होना पड़ा और उन्हें एक नई टीम गुजरात टाईटंस की कप्तानी मिली, हार्दिक की कप्तानी में गुजरात ने 2022 आईपीएल का फाइनल जीता और 2023 का फाइनल खेला अगर जडेजा ने आखिरी गेंद पर चौका नहीं लगाया होता तो आज धोनी के बाद हार्दिक 2 लगातार आईपीएल जीतने वाले दूसरे आईपीएल कैप्टेन होते। हार्दिक ने कुछ वर्ष पहले ही टेस्ट क्रिकेट से अनौपचारिक तौर पर संन्यास ले लिया है और अब वह सिर्फ लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में ही खेलते हुए नज़र आते हैं। हार्दिक पंड्या अच्छे से जानते हैं कि इस समय भारत के पास उनका कोई भी रिप्लेसमेंट मौजूद नहीं है। वर्ल्ड कप 2023 में लगी चोट के बाद पहले कयास लगाए जा रहे थे कि हार्दिक जल्दी फिट हो जाएंगे लेकिन हार्दिक तब फिट हुए जब आईपीएल शुरू होने वाले हैं। भारत के पास इस समय फ़ास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर में शिवम् दुबे, विजय शंकर, वेंकटेश अय्यर, शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ी हैं लेकिन इनमें से भी हार्दिक को रिप्लेस करना लगभग असंभव है।
मुंबई में हुई Hardik Pandya की वापसी, फैंस नाखुश
इस साल आईपीएल में हार्दिक की वापसी हुई है जहां वह मुंबई इंडियस की कप्तानी संभालते हुए नज़र आएंगे। जब से मुंबई की कमान हार्दिक को सौंपी गई है तभी से फैंस आग बबूला हुए बैठे हैं पांच बार आईपीएल का खिताब मुंबई को जीताने वाले रोहित शर्मा को बिना कुछ बताए मुंबई की कमान हार्दिक को सौंपना फैंस को बिलकुल पसंद नहीं आया। क्योंकि हार्दिक 2022 आईपीएल में मुंबई की कप्तानी करना चाहते थे और इसी चक्कर में मुंबई ने हार्दिक को रिलीज़ कर दिया। और इस बार भी जब हार्दिक मुंबई में वापिस आए तो सभी को शक था कि मुंबई हार्दिक को टीम की कमान सौंप सकती है और आखिर में हुआ भी वही। खैर आईपीएल के बाद टी20 वर्ल्ड कप खेले जाने वाला है जहां फैंस देखने के लिए बेसब्र हैं कि हार्दिक इस बार ठीक होकर वर्ल्ड कप खेलेंगे या नहीं।