Pakistan Cricket Team: पाकिस्तान को मिली शर्मनाक हार के बाद PCB ने लिया एक बड़ा फैसला
Pakistan Cricket Team: बांग्लादेश के हाथों अपने ही घर में हारने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम का जमकर मज़ाक उड़ाया जा रहा है। रावलपिंडी में खेले गए 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश ने मेजबान पाकिस्तान का 2-0 से क्लीन स्वीप करते हुए नया इतिहास रचा। बांग्लादेश ने अपने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार पाकिस्तान को सीरीज में हराया। इस हार से जहां बांग्लादेश ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पाइंट्स टेबल में चौथा स्थान हासिल कर लिया है। वहीं, पाकिस्तान को ICC की ताजा टेस्ट रैंकिंग में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। पाकिस्तान टीम अब टेस्ट रैंकिंग में 8वें पायदान पर लुढ़क गई है। पाकिस्तान के 76 रेटिंग पॉइंट्स हैं, जो साल 1965 के बाद उसकी सबसे कम रेटिंग है। पाकिस्तान टीम की इतनी बुरी दुर्गति के बाद अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। दरअसल, पिछले कुछ सालों में खिलाड़ियों की खराब फिटनेस पाकिस्तान टीम की हार की सबसे बड़ी वजह में से एक रहा है। यही वजह है कि अब PCB को कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
HIGHLIGHTS
- बांग्लादेश के हाथों अपने ही घर में हारने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम का जमकर मज़ाक उड़ाया जा रहा है
- इस हार से जहां बांग्लादेश ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पाइंट्स टेबल में चौथा स्थान हासिल कर लिया है
- पाकिस्तान टीम की इतनी बुरी दुर्गति के बाद अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है
PCB का एक्शन मोड ऑन
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया है कि बोर्ड अगले 12 महीनों के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट देने से पहले खिलाड़ियों के लिए सख्त फिटनेस टेस्ट कराने के मूड में हैं। इसके दायरे में सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ी और अन्य अंतरराष्ट्रीय और घरेलू प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी भी आएंगे। फिटनेस परीक्षण 6 से 8 सितंबर के बीच लाहौर में किया जाएगा और इस प्रक्रिया की निगरानी व्हाइट बॉल के मुख्य कोच गैरी कर्स्टन और टीम के फिजियोथेरेपिस्ट और ट्रेनर करेंगे। बोर्ड के एक विश्वसनीय सूत्र ने कहा कि फिटनेस टेस्ट मूल रूप से यह तय करेगा इस साल किन खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट मिलेगा। हालांकि प्रदर्शन को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
खिलाड़ियों के सामने आयी बड़ी चुनौती
रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों विदेशी कोच गैरी कर्स्टन और जेसन गिलेस्पी ने सिलेक्टर्स और पीसीबी को यह साफ कर दिया है कि खिलाड़ियों के सिलेक्शन के लिए उनका पहला पैमाना उनकी फिटनेस होगी। सूत्र ने कहा कि गिलेस्पी बांग्लादेश के खिलाफ हाल ही में खेले गए टेस्ट मैचों में कुछ खिलाड़ियों की फिटनेस से खुश नहीं थे। उन्होंने कहा कि फिटनेस टेस्ट में यह निर्धारित करने के लिए सब कुछ शामिल होगा कि खिलाड़ी कितना फिट है। इसमें जिम ट्रेनिंग, स्टेमिना और रेस, यो यो टेस्ट और अन्य टेस्ट भी किए जाएंगे।