Rahul Dravid ने टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी के साथ अपने जश्न को लेकर दी प्रतिक्रिया
Rahul Dravid : 29 जून को बारबाडोस में भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया था, टी20 वर्ल्ड कप 2024 की ट्रॉफी अपने नाम कर भारतीय टीम ने पूरे देश को कभी न भूलने वाली ख़ुशी दे दी। फाइनल में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर 17 साल बाद टूर्नामेंट को दोबारा अपने नाम किया था। ट्रॉफी जीतने के बाद सभी खिलाड़ियों ने जोरदार जश्न मनाया था लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा टीम इंडिया के पूर्व कोच राहुल द्रविड़ के सेलिब्रेशन की हुई थी, जिन्हें मैदान पर काफी शांत स्वभाव और अपनी भावनाओं को व्यक्त ना करने के लिए जाना जाता है। द्रविड़ ने जमकर जश्न मनाया था और ट्रॉफी जीत की खुशी जाहिर की थी। अब टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच ने अपने जश्न को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
HIGHLIGHTS
- 29 जून को बारबाडोस में भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया था
- टी20 वर्ल्ड कप 2024 की ट्रॉफी अपने नाम कर भारतीय टीम ने पूरे देश को कभी न भूलने वाली ख़ुशी दे दी
- सभी खिलाड़ियों ने जोरदार जश्न मनाया था लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा टीम इंडिया के पूर्व कोच राहुल द्रविड़ के सेलिब्रेशन की हुई थी
ट्रॉफी के बाद टीम ने मनाया था जश्न
दरअसल, जब भारतीय टीम को फाइनल जीत के बाद, ट्रॉफी दी गई तो सभी खिलाड़ी एकसाथ मिलकर जश्न मना रहे थे। तभी राहुल द्रविड़ को टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दी जाती है और इसके बाद वह उसे हवा में उठाकर जोर से चिल्लाते हैं और जोरदार तरीके से जीत का जश्न मनाते हैं। हेड कोच के रूप में टूर्नामेंट उनका आखिरी था और इसके बाद उन्हें अपना कार्यकाल समाप्त करना था। ऐसे में उनकी शानदार विदाई हुई और टीम इंडिया ने उनकी कोचिंग में आईसीसी ट्रॉफी जीतने में सफलता हासिल की।
राहुल द्रविड़ ने अपने जश्न को लेकर क्या कहा?
एक इंटरव्यू के दौरान राहुल द्रविड़ ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 ट्रॉफी के साथ अपने जोरदार जश्न पर भी बात की और कहा, आप इन चीजों की योजना नहीं बनाते हैं। ज्यादातर समय मैं एक कोच के रूप में अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखने की कोशिश करता हूं और आपसे ऐसा ही करने की उम्मीद की जाती है। लेकिन उस समय मैं टीम के लिए बहुत खुश था। मुझे सभी खिलाड़ियों के लिए खुशी महसूस हुई। मुझे सहयोगी स्टाफ के लिए खुशी महसूस हुई। इतने सारे लोग जिन्होंने मेरे साथ वास्तव में कड़ी मेहनत की थी।"
फाइनल में हार के पास जाकर जीती टीम
आपको बता दें कि फाइनल में टीम इंडिया ने हार की स्थिति से जीत दर्ज की थी, क्योंकि एकसमय दक्षिण अफ्रीका ने मैच पर पूरी तरह से शिकंजा कस लिया था लेकिन आखिरी के तीन ओवर में बाजी पलट गई। दक्षिण अफ्रीका को 20वें ओवर में जीत के लिए 16 रन की दरकार थी लेकिन हार्दिक पांड्या ने ऐसा नहीं होने दिया और भारत को 7 रन से जीत दिला दी।