बांग्लादेश के खिलाफ ऋषभ पंत का शानदार कमबैक किया ये ख़ास कारनामा
Rishabh Pant's brilliant comeback against Bangladesh did this special feat : भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का बल्ला जमकर चला है । भारत की दूसरी पारी में ऋषभ पंत ने शानदार शतक ज्यादा । करीब 2 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे पंत ने शानदार बल्लेबाजी की । उन्होंने मैदान के चारों ओर चौके-छक्के लगाए। शुभमन गिल ने भी पंत का साथ दिया दोनों ने अछि साझेदारी निभाई दोनों ने लगातार गिर रहे विकेट पर रोक लगाया इसी साथ ही रन गति को भी बढ़ाया और भारत के स्कोर में इजाफा किया।
पंत ने 124 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया तो पूरा मैदान उनके सम्मान में खड़ा हो गया। भारतीय क्रिकेटर्स ने भी पंत को स्टैंडिंग ओवेशन दिया। यह पंत के टेस्ट करियर का छठा शतक है। पंत ने इस शतक को पूरा करने के लिए 11 चौके और 4 छक्के लगाए। इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट करीब 80 की रही। यह पंत के टेस्ट करियर का छठा शतक है। इसके साथ ही उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की बराबरी भी कर ली है। धोनी ने भी अपने टेस्ट करियर में 6 शतक लगाए थे।
भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत टेस्ट क्रिकेट में शानदार वापसी करने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने शनिवार को बांग्लादेश के खिलाफ जारी पहले टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन दमदार शतक लगाया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 124 गेंदों में करियर का छठा टेस्ट शतक पूरा किया। बता दें कि, दिसंबर 2022 में वह एक गंभीर सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद उन्होंने काफी संघर्ष किया और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के जरिए लाल गेंद प्रारूप में वापसी की
26 वर्षीय बल्लेबाज ने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट करियर का छठा और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सातवां शतक जड़ा है। इसी के साथ उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बराबरी कर ली है। वह दिग्गज के साथ संयुक्त रूप से टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। वह भारतीय विकेटकीपरों द्वारा सर्वाधिक टेस्ट शतक लगाने के मामले में धोनी के बराबर पहुंच गए हैं। पंत ने 58 पारियों में छह शतक लगाए हैं जबकि धोनी ने 144 पारियों ने छह शतक लगाए। वहीं, ऋद्धिमान साहा इस मामले में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने तीन शतक लगाए हैं।
इस दर्दनाक हादसे में घायल होने के बाद पंत ने इस साल आईपीएल के जरिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की थी। घरेलू टूर्नामेंट में वह मजबूत आत्मविश्वास के साथ लौटे और 13 मैचों में तीन अर्धशतकों की मदद से 446 रन बनाने में कामयाब हुए। इसके बाद उन्हें टी20 विश्व कप में खेलते देखा गया, जहां उन्होंने भारत को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई। अब वह टेस्ट क्रिकेट में भी अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं।