Virat Kohli की कप्तानी छोड़ने वाले समय को इस पूर्व क्रिकेटर ने किया याद
Sanjay Bangar statement on virat kohli captaincy decision : विराट कोहली को नहीं छोड़नी चाहिए थी कप्तानी, आज भी होना चाहिए था टीम इंडिया का कप्तान। उनकी कप्तानी देखने लायक होती थी। अगर हम आपसे पूछें कि टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम का सबसे बेस्ट कप्तान कौन है तो आप किसका नाम लेंगे। सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी, अनिल कुंबले, विराट कोहली या फिर रोहित शर्मा। आप सब के जवाब अलग अलग होने की पूरी संभावना है। जहां गांगुली ने विदेशों में भारत को जीताना शुरू किया... तो द्रविड़, धोनी और कुंबले ने उस विरासत को अपने तरीके से आगे बढ़ाया लेकिन अगर किसी कप्तान ने वाकई टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया में जान फूंकी तो वे थे "कप्तान विराट कोहली"
HIGHLIGHTS
- विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए 68 मैचों में कप्तानी की थी
- इन 68 मैचों में से टीम इंडिया ने 40 मैचों में जीत हासिल की थी
- कोहली का जीत प्रतिशत 58.82 रहा था
टीम इंडिया का टेस्ट क्रिकेट में सबसे अच्छा दौर विराट कोहली की कप्तानी में देखने को मिला था। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने वो करके दिखाया था जो आजतक कोई भारतीय कप्तान नहीं कर पाया था। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टेस्ट क्रिकेट में उनको हराना भारतीय टीम के लिए कभी किसी सपने जैसा हुआ करता था, लेकिन विराट की कप्तानी में टीम इंडिया का ये सपना भी पूरा हुआ।
विराट ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमों को टेस्ट क्रिकेट में उनके घर पर ही हराया था। विराट टेस्ट टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक थे। हालांकि साल 2022 में विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ दी थी। जिसको लेकर अब पूर्व भारतीय कोच संजय बांगर का मानना है कि कोहली को अभी कुछ और दिन टेस्ट टीम का कप्तान बने रहना चाहिए था।
हर कोई जानता है विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में टेस्ट में टीम इंडिया को कहां से कहां तक पहुंचाया। टेस्ट क्रिकेट में कोहली की जीत का रिकॉर्ड बाकी कप्तानों से कहीं बेहतर था। वहीं अब विराट कोहली की कप्तानी को लेकर टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने 'द राव पॉडकास्ट' पर बातचीत करते हुए कहा,
जिस तरह से विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया की कप्तानी की थी, मेरा मानना है कि उनको कप्तान के रूप में अपने कार्यकाल को और आगे बढ़ाना चाहिए था। उन्होंने भारतीय टीम के लिए 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की थी, मुझे लगता है कि वे लंबे समय तक टेस्ट टीम इंडिया के कप्तान बने रह सकते थे।
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए 68 मैचों में कप्तानी की थी। इन 68 मैचों में से टीम इंडिया ने 40 मैचों में जीत हासिल की थी। इस दौरान कोहली का जीत प्रतिशत 58.82 रहा था। कोहली की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने साल 2018 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसके घर पर टेस्ट सीरीज में हराया था। इसके बाद विराट ने अपनी कप्तानी में साल 2021 में भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचाया था। विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित शर्मा ने भारतीय टीम की कमान संभाली थी। लेकिन आज भी पूर्व क्रिकेटर्स कोहली की कप्तानी शैली की तारीफ करते हैं। कोहली की कप्तानी में भारतीय गेंदबाज एक अलग अंदाज़ में नज़र आते थे जो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड अपनी पिच पर भारत के खिलाड़ियों से स्लेजिंग करते थे अब उनको उन्ही की भाषा में जवाब कोहली की टोली डे रही थी। अब आप हमे बताइए कि क्या कोहली को टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी छोड़नी चाहिए थी या फिर नहीं।
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