T20 World Cup 2024 बनेगा नेपाल क्रिकेट का टर्निंग प्वाइंट
T20 World Cup 2024 में सुपर-8 में पहुंचने वाली सभी टीमों के नाम सामने आ चुके हैं। भारत, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, अफगानिस्तान ग्रुप 1 में हैं तो दूसरी तरफ इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और USA की टीम हैं। इनमें से कुछ टीम ऐसी हैं जो आसानी से सुपर 8 में जगह बना बैठी थी लेकिन कुछ टीम किस्मत और दूसरी टीम की नाकामियों की वजह से टिकट कटा पाई हैं। इन्हीं में से एक टीम है नेपाल। जिन्होंने इस वर्ल्ड कप में भले ही एक भी मैच नहीं जीता हो लेकिन अपने प्रदर्शन से इस टीम के खिलाड़ियों ने दुनिया भर के फैंस का दिल जीत लिया।
HIGHLIGHTS
- सुपर-8 की दौड़ से बाहर हुआ नेपाल
- आखिरी ग्रुप मैच में बांग्लादेश ने हराया
- हर मैच को फिनिश करने में दिखी कमी
अगर नेपाल टीम की बात की जाए तो इस टीम को ग्रुप D में रखा गया था। इस टीम ने अपना पहला मैच नीदरलैंड के खिलाफ खेला। यह टीम सिर्फ 106 रन पर सिमट गई लेकिन इस टीम के गेंदबाजों ने 107 रन के लक्ष्य के लिए भी नीदरलैंड के बल्लेबाजों को तरसा दिया। नीदरलैंड को 107 रन के छोटे लक्ष्य को भी हासिल करने में 18.2 ओवर लग गए। नेपाल का दूसरा मुकाबला श्रीलंका से खेला गया। जो कि बारिश की वजह से रद्द हो गया था लेकिन इस टीम का सबसे बेस्ट परफॉरमेंस आना अभी बाकी था जो कि आया दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के सामने। इस टीम के गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप को सिर्फ 115 रन पर रोक दिया। अगर आखिरी 2 गेंदों पर नेपाल 2 रन बना देता तो वर्ल्ड कप इतिहास का शायद सबसे बड़ा उलटफेर हो जाता। लेकिन नेपाल की टीम 1 रन के मामूली अंतर से मैच जीतने से चूक गई। अब आखिरी मुकाबले में नेपाल का सामना बांग्लादेश से हुआ जहां पर एक बार फिर नेपाल के गेंदबाजों ने बांग्लादेश को सिर्फ 106 रन पर रोक दिया लेकिन नेपाली बल्लेबाज एक बार फिर नाकाम हुए और सिर्फ 85 रन पर सिमट गए। इस हार के साथ ही नेपाल का इस वर्ल्ड कप का सफ़र यहीं समाप्त हो गया। नेपाल भले ही इस वर्ल्ड कप के अगले दौर में जगह नहीं बना पाया और ना ही मुकाबलों को फिनिश कर पाया लेकिन इस टीम ने एक बात दिखा दी है कि आने वाले समय में नेपाल क्रिकेट का भविष्य काफी उज्जवल होगा। यह टीम आज से 2 साल पहले सिर्फ 1 खिलाड़ी की वजह से जानी जाती थी जिनका नाम संदीप लामीछाने है।
लेकिन आज इस टीम में कप्तान रोहित पौडल, सोमपाल कामी, दीपेन्द्र सिंह ऐरी, कुशल भुर्टेल, जैसे जांबाज खिलाड़ी हैं जिनका खेल दिन प्रतिदिन बेहतर होता जा रहा है। क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार नहीं है जब कोई टीम इस तरह उभरी हो। श्रीलंका की टीम भी 1996 वर्ल्ड कप से पहले सिर्फ नाम की टीम मानी जाती थी लेकिन इस टीम ने वर्ल्ड कप जीता था। यहां तक कि 1983 विश्व कप से पहले भारतीय टीम को भी कमजोर माना जाता था लेकिन आज की तारीख में भारतीय टीम दुनिया पर राज कर रही है। इसके अलावा आयरलैंड,नीदरलैंड, अफगानिस्तान जैसी टीम आज कोई छोटी टीम नहीं हैं। 2015 में जिस अफगानिस्तान ने एक भी मैच नही जीता था उसी टीम ने 2023 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान, श्रीलंका, नीदरलैंड जैसी टीम को हराया और अगर ऑस्ट्रेलिया वाले मैच में अगर ग्लेन मैक्सवेल का विकेट झटक लेते तो शायद यह टीम वर्ल्ड कप सेमीफाइनल भी खेल लेती। ऐसे में नेपाल क्रिकेट और उनके खिलाड़ियों का भाविष्य काफी उज्जवल नज़र आ रहा है। अगर इस टीम को पर्याप्त मौके मिले तो यह टीम आने वाले समय में एक बड़ी टीम बनकर उभर सकती है।