ये हैं दुनिया के 5 हाईटेक क्रिकेट स्टेडियम, जहां बारिश रुकने के कुछ मिनट बाद ही शुरू हो जाता है खेल
These are the 5 high-tech cricket stadiums of the world, where the game starts just a few minutes after the rain stops: अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड की टीम इन दिनों भारत में है, दोनों टीमों के बीच एकमात्र टेस्ट मैच खेला जाना था, इस टेस्ट का वेन्यू था नोएडा क्रिकेट स्टेडियम, लंबे समय से नोएडा स्टेडियम में कोई इंटरनेशनल क्रिकेट मैच नहीं खेला गया, जिसके कारण उसके मेंटेनेंस में काफी कमी देखी गई, यही कारण है बारिश होने बाद लगातार तीन दिन तक खेल नहीं हो सका, ग्राउंड्स स्टाफ ने लगातार कोशिश की, लेकिन बात नहीं बन पाई ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि जब ड्रेन सिस्टम अच्छा नहीं था तो मैच के लिए नोएडा को क्यों चुना गया, हालांकि, इस मुद्दे पर काफी चर्चा हो रही है, लेकिन हम जानने की कोशिश करेंगे दुनिया के उन 5 सबसे बेहतरीन ड्रेनिंग सिस्टम वाले स्टेडियम के बारे में जहां बारिश होने के बाद बहुत देर तक खेल प्रभावित नहीं होता है .
- दुनिया के 5 सबसे बेस्ट ड्रेनेज वाले क्रिकेट मैदान
- बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी क्रिकेट में बारिश की टेंशन नहीं
- लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड की खूबसूरती और ड्रेनिंग सिस्टम का भी कोई जवाब
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी क्रिकेट में बारिश की टेंशन नहीं
किसी भी क्रिकेट मैच में बारिश के आने से मजा किरकिरा हो जाता है, हालांकि, बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी क्रिकेट में बारिश की टेंशन नहीं होती है, ऐसा इसलिए क्योंकि, यहां का ड्रेनिंग सिस्टम दुनिया में सबसे बेहतरीन है, कितनी भी बारिश हो कुछ ही देर मैदान सूख जाता है, इस मैदान पर सबएयर ड्रेनेज सिस्टम लगा हुआ है जिससे ग्राउंड पूरा पानी अब्जॉर्ब कर लेता है और नीचे लगे ड्रेनेज पाइप की मदद से स्टेडियम से उसे बाहर कर देता है, इसके बाद सुपर सॉपर रोलिंग स्पंज से घास की नमी को कुछ ही मिनट में सुखाकर मैदान को खेल के लिए तैयार कर दिया जाता है, चिन्नास्वामी में तभी खेल बाधित हो सकता है जब लगातार कई घंटे तक बारिश हो और रुके नहीं, इसके अलावा अगर बारिश होने के बाद रुक गया तो पूरी संभावना होती है कि खेल पूरा कराया जाता है
लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड की खूबसूरती और ड्रेनिंग सिस्टम का भी कोई जवाब
मेलबर्न के डॉकलैंड्स का क्रिकेट स्टेडियम दुनिया का इकलौता ऐसा स्टेडियम है जहाँ आंधी, तूफान बारिश कुछ भी आए खेल नहीं रुक सकता है,क्योंकि यहां के स्टेडियम की छत पूरी तरह से बंद हो सकती है। इस स्टेडियम का निर्माण साल 2000 में किया था। यहां इंटरनेशनल मैचों के अलावा बिग बैश लीग के मुकाबले में भी खेले जाते हैं. क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले नहीं है। लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड का एक लंबा इतिहास रहा है। यही कारण है कि यह इंग्लैंड के लिए धरोहर के समान है। यहां बारिश की स्थिति में मैदान को सुखाने के लिए एक से बढ़कर एक आधुनिक मशीनें लगाई गई है। पिच के लिए होवर कवर का इस्तेमाल किया जाता है। यह मैदान पर आसानी से तैर सकता है। इसे दो लोग मिलकर आसानी से एक से दूसरे हिस्से लेकर जाया जा सकता है। इसके अलावा यहां के ग्राउंड्समैन दुनिया के सबसे बेहतरीन काम करने वालों में से एक हैं