JN1 वेरिएंट से फिर बढ़ा खतरा: सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और चीन में बढ़े मामले
JN1 वेरिएंट से एशियाई देशों में चिंता का माहौल
कोविड के ओमिक्रॉन JN1 वेरिएंट से एशिया में मामले बढ़ रहे हैं। सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और चीन में मामले तेजी से बढ़े हैं। भारत में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन विशेषज्ञों ने कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
मुंबई के KEM अस्पताल में सोमवार को कोविड पॉजिटिव पाए गए दो मरीजों की मौत हो गई, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि इनकी मृत्यु पुरानी बीमारियों की वजह से हुई। एक को मुंह का कैंसर था और दूसरे को किडनी की गंभीर बीमारी थी। इस बीच एशिया के कई देशों जैसे सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग, चीन और थाईलैंड में कोरोना वायरस के मामलों में दोबारा तेजी देखी जा रही है। सिंगापुर में मई में 3,000 नए मामले सामने आए हैं, जबकि हॉन्गकॉन्ग में जनवरी से अब तक 81 मरीजों में से 30 की मौत हो चुकी है। भारत में फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और जनवरी से अब तक 257 मामले दर्ज किए गए हैं। कोविड की इस नई लहर के पीछे ओमिक्रॉन वेरिएंट JN1 और उसके सब-वेरिएंट्स को जिम्मेदार माना जा रहा है। विशेषज्ञों ने कमजोर इम्यूनिटी वालों को सतर्क रहने और बूस्टर वैक्सीन लेने की सलाह दी है।
मुंबई में दो मौतें, लेकिन कोविड नहीं बनी वजह
दोनों मरीज पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। डॉक्टरों का कहना है कि मौत की वजह उनकी पुरानी बीमारियां हैं। सिंगापुर में 1 मई से 19 मई तक 3,000 नए मामले। हॉन्गकॉन्ग में जनवरी से अब तक 81 केस, 30 मौतें। चीन और थाईलैंड में भी सरकार अलर्ट पर, आंकड़े सार्वजनिक नहीं।
भारत में 257 केस, सरकार ने कहा- हालात कंट्रोल में
1 जनवरी से 19 मई तक देश में केवल 257 केस। युवाओं में हल्के लक्षणों वाले मामले, नई लहर का कोई संकेत नहीं। ओमिक्रॉन के BA2.86 से विकसित JN1। इम्यूनिटी को कमजोर करने वाला वेरिएंट, लेकिन ज्यादा गंभीर नहीं। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ बताया।