कोर्ट में NIA के वकील होंगे दयान कृष्णन, तहव्वुर राणा का बचाव करेंगे पीयूष सचेदवा
मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड राणा का केस लड़ेंगे दयान कृष्णन
मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को भारत लाया गया है। एनआईए की ओर से वरिष्ठ वकील दयान कृष्णन केस लड़ेंगे, जबकि राणा का बचाव पीयूष सचदेवा करेंगे। राणा की वापसी भारत के न्यायिक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।
2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा भारत आ गया है। पाकिस्तान में जन्मे कनाडाई नागरिक राणा अमेरिका में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद कल चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे। 64 वर्षीय राणा की वापसी मुंबई हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने के भारत के लंबे समय से चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कल शाम करीब 6.30 बजे उसे अमेरिका से विशेष प्रत्यर्पण विमान से लाया गया। इस केस पर सभी की निगाहें टिकी हैं और लोग यह भी जानना चाहते हैं कि वकील दयान कृष्णन कौन हैं जो तहव्वुर राणा के खिलाफ केस लड़ने जा रहे हैं।
कौने हैं दयान कृष्णन ?
दयान कृष्णन 26/11 केस से 2010 से जुड़े हुए हैं। भारत के शीर्ष आपराधिक वकीलों में से एक और सुप्रीम कोर्ट के अनुभवी वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन 26/11 के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के खिलाफ एनआईए के अभियोजन का नेतृत्व करेंगे। कृष्णन 26/11 केस और तहव्वुर राणा केस में 2010 से ही शामिल हैं। इसलिए उन्हें इस केस की बारीकियों की अच्छी जानकारी है। दयान 26/11 केस में 2010 से ही शामिल हैं, जिसमें वे शिकागो में डेविड कोलमैन हेडली से पूछताछ करने वाली एनआईए टीम का भी हिस्सा थे।
2014 में दयान कृष्णन को हेडली और राणा दोनों के प्रत्यर्पण मामलों में विशेष सरकारी वकील नियुक्त किया गया था। उन्होंने रवि शंकरन (2011) और रेमंड वर्ली (2012) के प्रत्यर्पण मामलों में भी भारत सरकार का प्रतिनिधित्व किया, जिनमें दोनों ही गंभीर आपराधिक आरोप शामिल थे। दयान कृष्णन ने ही अपनी अदालती दलीलों से राणा की प्रत्यर्पण याचिकाओं को खारिज करने के लिए अमेरिकी अदालतों को राजी करने में अहम भूमिका निभाई थी।
तहव्वुर राणा के वकील बने पीयूष सचदेवा
उन्होंने अदालत को बताया कि उनके पास अपना पक्ष रखने के लिए कोई वकील नहीं है। इसके बाद दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण ने उनके कानूनी प्रतिनिधित्व के लिए पीयूष सचदेवा को उनका वकील नियुक्त किया। सचदेवा उनकी ओर से केस लड़ रहे हैं। पीयूष सचदेवा दिल्ली में कार्यरत एक अनुभवी वकील हैं। दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) ने उन्हें राणा का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना है। आपको बता दें कि भारतीय न्याय व्यवस्था के तहत हर आरोपी को कानूनी सहायता पाने का अधिकार है और इसी के तहत सचदेवा को यह जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें आपराधिक मामलों और जटिल कानूनी प्रक्रियाओं का अनुभव है। उन्हें इस हाई-प्रोफाइल केस के लिए उपयुक्त माना गया।
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