For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

"डोनाल्ड का मुंह बंद कराओ या हिंदुस्तान में मैकडॉनल्ड्स को बंद कराओ": लोकसभा में बोले दीपेंद्र हुड्डा

03:34 PM Jul 29, 2025 IST | Neha Singh
 डोनाल्ड का मुंह बंद कराओ या हिंदुस्तान में मैकडॉनल्ड्स को बंद कराओ   लोकसभा में बोले दीपेंद्र हुड्डा
Deepender Hooda

Deepender Hooda: कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उन दावों पर सरकार की आलोचना की, जिनमें उन्होंने बार-बार कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त कराने में मध्यस्थता की थी। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान हुड्डा ने कहा, "हमारे देश के नेता ने कभी अमेरिकी राष्ट्रपति की निंदा नहीं की...डोनाल्ड (ट्रंप) को चुप कराओ, डोनाल्ड का मुंह बंद कराओ, या फिर हिंदुस्तान में मैकडॉनल्ड्स को बंद कराओ..."

Deepender Hooda: संघर्ष-विराम पर पूछा सवाल

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उन दावों पर सरकार पर निशाना साधा, जिनमें उन्होंने बार-बार कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त कराने में मध्यस्थता की थी। उन्होंने पूछा कि अगर इस्लामाबाद घुटने टेकने को तैयार है, तो "आप क्यों रुके, और आपने किसके सामने आत्मसमर्पण किया?"

गोगोई का सरकार पर हमला

लोकसभा में 'पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के सशक्त, सफल और निर्णायक ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस में भाग लेते हुए, गोगोई ने पाकिस्तान के झुकने के बाद ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए सरकार की आलोचना की और पूछा कि उसने आगे बढ़कर पड़ोसी देश द्वारा अवैध रूप से कब्ज़ा किए गए क्षेत्र को वापस क्यों नहीं लिया। गोगोई ने कहा "पूरा देश और विपक्ष, प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन कर रहे थे। अचानक, 10 मई को, हमें पता चला कि युद्धविराम हो गया है। क्यों? हम प्रधानमंत्री मोदी से जानना चाहते थे कि अगर पाकिस्तान घुटने टेकने को तैयार था, तो आपने क्यों रोका और किसके सामने आत्मसमर्पण किया? अमेरिकी राष्ट्रपति 26 बार कह चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को युद्धविराम की घोषणा करने के लिए मजबूर किया।"

Gaurav Gogoi
Gaurav Gogoi

क्या बोले विदेश मंत्री

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर पर सदन को संबोधित किया, जहाँ उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ बातचीत के दौरान किसी भी स्तर पर व्यापार का मुद्दा शामिल नहीं था। उन्होंने आगे कहा, "मैं दो बातें बिल्कुल स्पष्ट कर देना चाहता हूं। पहली, अमेरिका के साथ हमारी बातचीत के दौरान किसी भी समय व्यापार का मुद्दा मौजूदा स्थिति से जुड़ा नहीं था। दूसरी, 22 अप्रैल से - जब ट्रंप ने अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए फोन किया था - प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच 17 जून तक कोई बातचीत नहीं हुई, जब उन्होंने कनाडा में प्रधानमंत्री से संपर्क कर यह स्पष्ट किया कि वे क्यों नहीं मिल सके।"

ये भी पढ़ें- ‘भारतीय सेना वहां प्रहार करती है, जहां सबसे ज्यादा दर्द होता है’, संसद में बोले अनुराग ठाकुर

Advertisement
Advertisement
Author Image

Neha Singh

View all posts

Advertisement
×