ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा निर्यात में तेजी की उम्मीद: DRDO अध्यक्ष समीर वी कामत
स्वदेशी हथियारों का युद्ध-परीक्षण, निर्यात में तेजी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद DRDO अध्यक्ष समीर वी कामत ने उम्मीद जताई है कि भारत के स्वदेशी हथियारों के निर्यात में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि युद्ध-परीक्षण से इन हथियारों पर आयात करने वाले देशों का विश्वास बढ़ा है, जिससे निर्यात बढ़ने की संभावना है। भारत पहले से ही सौ से अधिक देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है।
भारत पाकिस्तान के बीच विवाद के बाद भारत ने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस दौरान कई स्वदेशी हथियार का इस्तेमाल किया गया है। इसी बीच रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष समीर वी कामत ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद स्वदेशी रक्षा उपकरणों के निर्यात में तेजी आएगी क्योंकि यह अब युद्ध-परीक्षण है। राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन-2025 के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए अध्यक्ष समीर वी कामत ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियारों ने आयात करने वाले देशों के बीच विश्वास पैदा किया है। जिससे उम्मीद है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद निर्यात बढ़ेगा क्योंकि अब स्वदेशी हथियारों का का युद्ध-परीक्षण किया जा चुका है।
भारत का रक्षा निर्यात बढ़ेगा
DRDO के अध्यक्ष समीर वी कामत ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान के साथ चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के बाद भारत का रक्षा क्षेत्र अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर रहा है। जिससे अन्य देश भी भारत के स्वदेशी हथियार उन्हें खरीदने में रुचि दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत पहले से ही सौ से ज़्यादा देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है और संभावना है कि इस ऑपरेशन के बाद यह संख्या और बढ़ जाएगी। कुछ अन्य देश जो अभी हमसे रक्षा उपकरण नहीं खरीद रहे हैं, वे भी अब हमारे उपकरण खरीदने में रुचि लेंगे।
भारतीय वायुसेना को मिलेगा 5वीं GEN का AMCA लड़ाकू विमान, रक्षा मंत्री ने दी मंजूरी
AMCA को मिली मंजूरी
बता दें कि भारत ने आत्मनिर्भर के तहत कई आधुनिक स्वदेशी हथियार बनाए है। अब रक्षा मंत्रालय ने 27 मई को मध्यम लड़ाकू विमान AMCA को भी मंजूरी दे दी है। जिससे भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को बढ़ावा देने और घरेलू एयरोस्पेस उद्योग को मजबूत करने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मॉडल में, एचएएल बोली लगा सकता है।जिससे निजी क्षेत्र के चार लड़ाकू विमानों की भागीदारी खुल जाएगी। एएमसीए परियोजना के तहत सरकार उद्योग जगत की भागीदारी के साथ 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के पांच प्रोटोटाइप विकसित करने की योजना बना रही है।