Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

आतंकी मिंटू की मौत पर वकील ने उठाएं सवाल ?

NULL

03:31 PM Apr 19, 2018 IST | Desk Team

NULL

लुधियाना-पटियाला : जालंधर के गांव धल्ली का रहने वाले आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू की मौत के उपरांत लुधियाना में उनके अधिकांश कसों की पैरवी कर रहे विख्यात वकील जसपाल सिंह मंझपुर ने मिंटू की मौत के पीछे जेल प्रशासन व सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। मंझपुर ने बताया कि मिंटू दिल का मरीज था तथा उसके स्टंट पडे हुए थे। पिछले कई महीनों से वह सांस लेने में दिक्कत होने की दुहाई दे रहा था। जिसके लिए उसका इलाज पटियाला की केंद्रीय जेल के डाक्टर के पास चल रहा था।

मंझपुर के अनुसार,  डाक्टर ने उसे पीजीआई में चेकअप करवाने के लिए कहा था जिसके बारे में मिंटू द्वारा कई बार जेल के सुपरीटेंडेंट को कहा गया था लेकिन इसके बावजूद मिंटू के इलाज के लिए जानबूझ कर लापरवाही बरती गई और उसे इलाज नहीं दिया गया। वह पिछले दिनों ही मिंटू को मिले थे तथा उसने फिर से सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की थी लेकिन इसके बारे में सुपरीटेंडेंट को कहने के बावजूद उसे पीजीआई में चेकअप नहीं करवाया गया। मंझपुर ने कहा कि मिंटू की मौत के लिए सरकार व प्रशासन की मिलीभगत जिम्मेदार है तथा वह इसकी जांच के लिए कानूनी स्तर पर हर विकल्प अपनाएंगे।

कई साल तक जालंधर में लोगों को विदेश भेजने का काम कर चुका हरमिंदर वर्ष 2002 के दौरान मलेशिया गया था। वहां उसकी मुलाकात केएलएफ चीफ रणजीत सिंह नीटा से हुई। मिंटू ने केएलएफ का नेटवर्क बढ़ाने के लिए नीटा से हाथ मिलाकर कई आतंकी तैयार किए। इससे पहले मिंटू बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लिए कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रह चुका था। मिंटू ने आतंकी नीटा के लिए दलबीर सिंह, अमरजीत सिंह मोहाली जैसे कई बड़े आतंकी तैयार किए। उसने खुद आतंकी गतिविधियां आगे बढ़ाने के लिए मलेशिया से थाईलैंड और थाईलैंड से पाकिस्तान में बब्बर खालसा इंटरनेशनल के चीफ बधावा सिंह के माध्यम से आइएसआइ के संपर्क में रहा।

उसने आतंकी शिविरों में कमांडो ट्रेनिंग हासिल की। इसके बाद उसने आतंकी संगठनों के सामने अपनी बहादुर दिखाने के लिए आरएसएस के राष्ट्रीय सिख संगठन प्रधान रूलदा सिंह की हत्या का जिम्मा लिया। मलेशिया में बैठकर उसने पटियाला में रूलदा सिंह की हत्या की साजिश को अंजाम दिया। हत्या के बाद से पुलिस को मिंटू के बारे में कई जानकारियां हासिल हो चुकी थीं।

पुलिस से बचने के लिए मिंटू मलेशिया से इटली चला गया। यहां उसकी मुलाकात इंग्लैंड में रहने वाले केएलएफ के लिए काम कर चुके आतंकी अंग्रेज सिंह से हुई। इसके बाद जैसे ही मिंटू थाईलैंड से भारत पहुंचा तो दिल्ली एयरपोर्ट पर उसे सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया। नवंबर 2015 में उसे नाभा की अतिरिक्त सुरक्षा वाली जेल में बंद किया गया। मिंटू बब्बर खालसा के आतंकी जगतार सिंह हवारा के संपर्क में भी आ चुका था।

– सुनीलराय कामरेड

24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे।

Advertisement
Advertisement
Next Article