Delhi Air Quality: AQI 350 के पार, दिल्ली छोड़ने की सलाह, मनीष सिसोदिया ने साधा दिल्ली सरकार पर निशाना
Delhi Air Quality: दिल्ली में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे लोगों को कई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में घनी धुंध छाने के साथ ही वायु प्रदूषण का लेवल खतरनाक स्तर तक पहुँच गया है। दिल्ली के 39 वायु निगरानी केंद्रों में से केवल सात ने ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को खतरे के निशान से नीचे दर्ज किया, वहीं बाकी बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में पहुँच गए। इसी बीच दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार पर जमकर निशाना साधा है और कहा कि दिल्ली में जन स्वास्थ्य आपातकाल जैसे हालात बन ही चुके हैं।
Delhi Air Quality: दमघोंटू बनी हवा
दिल्ली के ज़्यादातर हिस्सों में हवा की गुणवत्ता दमघोंटू बनी हुई है। आरके पुरम (335), रोहिणी (352), सोनिया विहार (350), वज़ीरपुर (377), और विवेक विहार (373) में AQI 300 से काफ़ी ऊपर दर्ज किया गया जो गंभीर प्रदूषण का संकेत है। सिरीफोर्ट (338), शादीपुर (330), और पूसा (333) जैसे अन्य इलाकों में भी वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही। दिल्ली की लगातार हवा खराब होने के बाद मनीष सिसोदिया ने निशाना साधा है और कहा कि दिल्ली की हवा नहीं, BJP की सोच जहरीली हो चुकी है।
Expert Alert on Delhi Pollution: दिल्ली छोड़ने की सलाह
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस प्रदूषण के लंबे समय तक संपर्क में रहने से सांस लेने से जुड़ी बीमारियाँ, अस्थमा, पुरानी खांसी, आँखों में जलन और तेज़ सिरदर्द हो सकता है। वहीं बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं को सबसे ज्यादा प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है जिनके फफेड़ कमजोर है उन्हें दिल्ली छोड़ देनी चाहिए और घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनकर निकलना चाहिए।
Delhi Weather Today: राहत मिलने के आसार कम
दिल्ली में धुंध की घनी चादर छा गई है, जिससे सुबह और शाम की ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण का स्तर पर बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में संभावना जताई है कि दिल्ली में प्रदूषण से राहत मिलने के आसार कम है क्योंकि हवा की धीमी गति और गिरते तापमान के कारण प्रदूषक सतह के पास ही जमे हुए हैं। वहीं अधिकारियों ने निवासियों से निजी वाहनों का उपयोग कम करने, सार्वजनिक परिवहन का विकल्प चुनने और निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया है।