दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सचदेवा ने ऑटो चालकों से की मुलाकात
ऑटो चालकों से मिलकर उनकी समस्याओं पर चर्चा की भाजपा अध्यक्ष ने
दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में ऑटो चालकों से बातचीत की और कहा कि उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों में भ्रष्ट आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को हटाने और भाजपा को सत्ता में लाने का संकल्प लिया है। सचदेवा ने एक्स पर लिखा, “अब हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, हम अपने तौर-तरीके बदलेंगे। हमें बहाने नहीं, बदलाव चाहिए। हमें दिल्ली में भाजपा की सरकार चाहिए। आज प्रदेश कार्यालय में ऑटो चालकों ने भाजपा को अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया। अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की सरकार ने वर्षों तक ऑटो चालकों का शोषण किया, इसलिए दिल्ली के ऑटो चालकों ने इस भ्रष्ट और निकम्मी सरकार को हटाकर भाजपा की सरकार बनाने का संकल्प लिया है।
आप प्रवक्ता प्रियंका कक्का ने भाजपा की आलोचना
पिछले सप्ताह आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ऑटो-रिक्शा चालकों से मुलाकात की और पार्टी के शुरुआती दिनों को याद किया, जब उन्होंने और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ऑटो-रिक्शा पर पोस्टर लगाकर प्रचार किया था। रविवार को आप प्रवक्ता प्रियंका कक्का ने भाजपा की आलोचना करते हुए दावा किया कि पार्टी का एकमात्र एजेंडा अरविंद केजरीवाल को निशाना बनाना और बदनाम करना है। आप ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 38 उम्मीदवारों की अपनी चौथी और अंतिम सूची जारी कर दी है। सूची के अनुसार केजरीवाल नई दिल्ली से, मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी से, मंत्री सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश से और मंत्री गोपाल राय बाबरपुर से चुनाव लड़ेंगे।
15 वर्षों तक दिल्ली पर शासन करने वाली कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों में संघर्ष करती रही है
अन्य उम्मीदवारों में शकूर बस्ती से सत्येंद्र कुमार जैन, राजिंदर नगर से दुर्गेश पाठक, कस्तूरबा नगर से रमेश पहलवान, नांगलोई जाट से रघुविंदर शौकीन, सदर बाजार से सोम दत्त, बल्लीमारान से इमरान हुसैन और तिलक नगर से जरनैल सिंह शामिल हैं। सूची में दो नए नाम हैं, जबकि शेष 36 उम्मीदवार मौजूदा विधायक हैं जिन्हें फिर से नामांकित किया गया है। गौरतलब है कि आप ने कस्तूरबा नगर से रमेश पहलवान और उत्तम नगर से नरेश बाल्यान की पत्नी पूजा नरेश बाल्यान को मैदान में उतारा है। लगातार 15 वर्षों तक दिल्ली पर शासन करने वाली कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों में संघर्ष करती रही है और एक भी सीट जीतने में विफल रही है। 2020 के चुनावों में आप ने 70 में से 62 सीटें हासिल कीं, जबकि भाजपा ने आठ सीटें जीतीं।