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दिल्ली से चंडीगढ़ तक गूंजा बराला प्रकरण

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11:41 AM Aug 09, 2017 IST | Desk Team

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चंडीगढ़: चंडीगढ़ में विपक्षी दलों की महिला इकाइयों ने पुतले फूंकने से लेकर राज्यपालों को ज्ञापन देने के अलावा पीडि़ता वर्णिका कुंडू को शॉल पहनाकर सम्मानित कर पूरे मामले को बेहद गर्म कर दिया। इस बीच मामले को कमजोर करने के को लेकर शक के घेरे में आई चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से दिनभर के दौरान कुछ कार्रवाई नजर नहीं आई हालांकि चंडीगढ़ प्रशासन ने जरूर अपनी एक रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दी है। इस माहौल के बीच बीजेपी क्राइसिस मैनेजमेंट में जुटी दिखाई दी और अपने बेटे के कारण छेड़छाड़ प्रकरण से बुरी तरह घिरे सुभाष बराला ने चुप्पी तोड़कर पीडि़ता को अपनी बेटी बताते हुए इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया वहीं हरियाणा सरकार के तमाम मंत्री भी मामले में किसी हस्तक्षेप से इंकार करते हुए अपने प्रदेश अध्यक्ष के पीछे खड़े दिखाई दिए।

हरियाणा के आईएएस की बेटी के साथ छेड़छाड़ का मामला शुक्रवार देर रात को हुआ था और इसका शोर शनिवार तक ऐसा मचा कि मंगलवार तक आते-आते मामला पूरी तरह गर्म हो गया। कल तक घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज के गायब होने की बात कहने वाली चंडीगढ़ पुलिस दिनभर मामले में नई धाराएं जोडऩे के मुद्दे पर बैठकों में व्यस्त रही तो इसी बीच सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हो गया। इसमें एक सफारी एक कार का पीछा करते हुए देखी गई। इसी बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने मीडिया के सामने आकर न केवल पीडि़त लड़की वर्णिका कुंडू को अपनी बेटी जैसी बताया बल्कि इसे इंसाफ दिलाने का भी भरोसा दिया।

बराला ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है। बराला की यह टिप्पणी घटना के चार दिन बाद आई है। उनपर अपने पद से इस्फीफा देने का भी दबाव है। उनका बयान मौजूदा हालातों में काफी अहम है क्योंकि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इस घटना के कारण पार्टी की फजीहत से बेहद नाराज है। बराला ने मीडिया से कहा कि बीजेपी महिलाओं का सम्मान करती है। हर मंगलवार को होने वाली मंत्रिसमुह की अनौपचारिक बैठक में बराला का मुद्दा हावी रहा। मंत्री कृष्ण पंवार ने हालांकि इस मुद्दे पर कोई चर्चा न होने का दावा किया लेकिन, राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और कैबिनेट मंत्री रामबिलास शर्मा ने माना कि प्रदेश के राजनीतिक हालातों पर चर्चा के दौरान बराला का मुद्दा उठा था।

बीजेपी सरकार के मंत्री भी इस मुद्दे पर बराला के साथ खड़े नजर आए। मिसाल के तौर पर राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने दावा किया कि सरकार इस केस में कहीं कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी और न ही पहले किया है। उन्होंने यहां तक कहा कि घटना चंडीगढ़ में हुई और इससे हरियाणा का कोई वास्ता भी नहीं है। उन्होंने इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ भी कहने से इंकार करते हुए जोड़ा यह घटना दुखद है और कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगी। उन्होंने कहा कि नई एसएसपी की ज्वाइनिंग को भी फेरबदल अथवा जांच प्रक्रिया में बदलाव से जोड़कर पेश किया जा रहा है, जबकि ऐसा नहीं है।

रामबिलास शर्मा के अनुसार बेटी वर्णिका पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट है। कानून अपनी प्रक्रिया में लगा हुआ है। रही, वीएस कुंडू की बात, वे सीनियर अधिकारी हैं और मेरे विभाग के एसीएस हैं। हमारी अभी मुलाकात भी होगी। रामबिलास ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मुलाकात किस तरह की होगी। लेकिन माना जा रहा कि विभागीय मीटिंग के बहाने पर्यटन मंत्री एसीएस कुंडू से इस मामले को दोनों पक्षों के बीच आपसी बातचीत से निपटाने का रास्ता निकलवा सकते हैं। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्षा शोभा ओजा की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने पहले हरियाणा के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।

(आहूजा)

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