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Delhi NCR: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान हरियाणा के झज्जर निवासी योगेश के रूप में हुई है, जो जनवरी में फरीदाबाद में सूरजभान उर्फ बल्लू पहलवान की सनसनीखेज हत्या में शामिल था।
Highlights
एसीपी ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार और इंस्पेक्टर सतीश राणा के नेतृत्व में स्पेशल सेल की नई दिल्ली रेंज की टीम ने गिरफ्तारी की। दिल्ली में दर्ज हथियारों की तस्करी के एक मामले में भी वांछित था। उस मामले में, मध्य प्रदेश के दो हथियार तस्करों से कुल 12 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल बरामद की गई थीं, जिन्हें योगेश सहित अपराधियों तक पहुंचाया जाना था। 4 फरवरी को, मध्य प्रदेश के निवासी अंकित मिश्रा और जितेंद्र राजपूत नाम के दो व्यक्तियों को बारह सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल केसाथ गिरफ्तार किया गया था।
पूछताछ में पता चला कि कुछ पिस्तौल हरियाणा के झज्जर जिले में रहने वाले योगेश नामक व्यक्ति को देने वाले थे। इसके बाद योगेश को पकड़ने और उसकी गतिविधियों के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए छापेमारी की गई। पता चला कि योगेश कपिल सांगवान उर्फ नंदू गिरोह से जुड़ा हुआ है। योगेश की आपराधिक गतिविधियों की आगे की जांच में जनवरी 2024 में फरीदाबाद में सूरजभान उर्फ बल्लू पहलवान की हत्या की साजिश में उसकी संलिप्तता का पता चला। दिल्ली के नजफगढ़ के दीनपुर गांव का रहने वाला सूरजभान उर्फ बल्लू पहलवान 30 जनवरी की शाम को फरीदाबाद सेक्टर 11 जिम में एक्सरसाइज करने आया था।
शाम को जब वह जिम से बाहर आ रहा था तो कार सवार बदमाशों ने उसे गोली मार दी। इस संबंध में उसकी पत्नी के बयान पर मामला दर्ज किया गया था। फरवरी के आखिरी हफ्ते में योगेश गिरफ्तारी से बचने के लिए दुबई भाग गया था। वह इस मामले में वांछित था और उसका एलओसी खुला हुआ था। 26 मई को, स्पेशल सेल द्वारा जारी लुकआउट सर्कुलर के जवाब में, दुबई से भारत में फिर से प्रवेश करते समय योगेश को मुंबई एयरपोर्ट पर रोका गया। इसके बाद उसे आर्म्स एक्ट मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान, योगेश ने सूरजभान की हत्या में अपनी भूमिका कबूल की, जिसमें उसने बताया कि उसने और बहादुरगढ़ के देव नगर निवासी प्रवीण ने कपिल सांगवान और उसके सहयोगी मनीष राठी के निर्देश पर अपराध स्थल की टोह ली थी, जो दोनों विदेश से काम कर रहे थे।
(Input From ANI)