Arvind Kejriwal के बयान पर भाजपा का पलटवार, 'RSS के बारे में बोलने का हक नहीं'
Arvind Kejriwal: अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर जनता की अदालत लगाई। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए भाजपा पर सवाल उठाए। केजरीवाल के इस बयान को लेकर भाजपा ने भी पलटवार किया।
Highlights
- Kejriwal के बयान पर भाजपा का पलटवार
- RSS के बारे में बोलने का हक नहीं
- केजरीवाल का भाजपा पर उठाए सवाल
Arvind Kejriwal के बयान पर भाजपा का पलटवार
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने पलटवार किया, उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को आरएसएस के बारे में बोलने का हक नहीं है। आरएसएस एक सांस्कृतिक संगठन है, और मुझे उनके नियमों की जानकारी नहीं है। मेरा सवाल केजरीवाल से है कि जब रामलीला मैदान में अन्ना आंदोलन के दौरान अन्ना हजारे के सामने बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे, तब आपने क्या सोचा था? आप एक दोगले इंसान हैं।
केजरीवाल का भाजपा पर जुबानी हमला
दरअसल, जंतर-मंतर पर आयोजित जनता की अदालत कार्यक्रम में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर जुबानी हमला बोला। केजरीवाल ने सवाल करते हुए कहा, "क्या भाजपा आरएसएस से बड़ी हो गई है? नरेंद्र मोदी आरएसएस के नियमों को तोड़कर प्रधानमंत्री बने हैं। इसके अलावा, जेपी नड्डा ने भी आरएसएस के खिलाफ बयान दिया है।"
अन्ना हजारे आपको माफ नहीं करेंगे- योगेंद्र चंदोलिया
योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि आपने रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के सामने जो बातें की थी, उनके विपरीत आपने अपने कार्यकाल में काम किया? उनके आदर्शों को मटिया मेट कर दिया, अन्ना हजारे आपको माफ नहीं करेंगे। जितनी बातें रामलीला मैदान में आपने की थी, उसके विपरीत आपने सारे काम किए। उन्होंने आगे कहा कि आप जिस जनता की अदालत का आयोजन कर रहे हैं, उसका कोई औचित्य नहीं है। जब आप दोषी साबित होंगे, तो तिहाड़ की राह आपके लिए खुली होगी। आज आप आरएसएस और भाजपा के बारे में बोल रहे हैं। भाजपा का एजेंडा भाजपा खुद तय करती है।
'केजरवाल ने दस साल में नही किए अपने वादे'
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का दस साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा भी दे दिया है। अब वह दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं है। उन्होंने 10 साल पहले जो वादे किए थे, उन वादों का आज नतीजा क्या है, उनकी आज स्थिति क्या है। 70 में से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। 10 साल दिल्ली बेहाल यह उसकी सच्चाई है। चाहें उनका जन लोकपाल का वादा हो, स्वराज का वादा हो, 500 स्कूल खोलने का वादा हो, 20 कॉलेज खोलने का वादा हो, यमुना की सफाई का वादा हो, साफ पर्यावरण का वादा हो, आठ लाख नौकरियों का वादा हो, कर्मचारियों को स्थाई करने का वादा हो, ऐसा कोई भी वादा पिछले दस साल में वो पूरा नहीं किया गया है। दिल्ली उनको एक भ्रष्ट और असफल मुख्यमंत्री के तौर पर याद करेगी।
अरविंद केजरीवाल का जनता अदालत
बता दें कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को 'जनता की अदालत में' जंतर-मंतर पंहुचे। आम आदमी पार्टी की ओर से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए का था कि वह जनता की अदालत में जाएंगे। उन्होंने आगे कहा था कि अब वह सीएम की कुर्सी पर तभी बैठेंगे जब जनता उन्हें ईमानदारी का प्रमाणपत्र देगी।
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