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एक बार फिर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता के. कविता की मुश्किलें बढ़ गई है। बता दें प्रवर्तन दिल्ली (Delhi) आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में ईडी ने के. कविता को नये दौर की पूछताछ के लिए तलब किया है। सूत्रों के मुताबिक, तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की 45 वर्षीय बेटी कविता को मंगलवार को दिल्ली में जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
बता दें कि पिछले साल कविता से तीन बार पूछताछ की गई है और केंद्रीय एजेंसी ने धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान भी दर्ज किया था। बीआरएस की विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) कविता ने अतीत में कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ईडी का 'उपयोग' कर रही है क्योंकि भाजपा तेलंगाना में 'पिछले दरवाजे से प्रवेश' हासिल नहीं कर सकती।
दरअसल, पिछली बार जब कविता ईडी के सामने पेश हुई थीं। तो समझा जाता है कि उनका सामना हैदराबाद के व्यवसायी और मामले के आरोपी अरुण रामचंद्रन पिल्लई के बयानों से कराया गया था, जिनके कथित तौर पर उनके (कविता) साथ करीबी संबंध हैं. ईडी ने कहा था कि पिल्लई ने कविता और अन्य से जुड़े एक कथित शराब कार्टेल 'साउथ ग्रुप' का प्रतिनिधित्व किया था। जिसने 2020-21 के लिए अब समाप्त हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति के तहत राष्ट्रीय राजधानी के बाजार में एक बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को लगभग 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।