दिल्ली पुलिस ने साइबर वसूली रैकेट का भंडा फोड़ा, दो गिरफ्तार
फर्जी अकाउंट से करे रहे थे साइबर वसूली, पुलिस ने भंडा फोड़ा
दिल्ली पुलिस ने साइबर वसूली रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग नग्न वीडियो कॉल के जरिए ब्लैकमेल कर रहे थे। जांच में पता चला कि आरोपी श्याम सिंह ने फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर ब्लैकमेल के लिए इस्तेमाल किया। पुलिस ने चार मोबाइल हैंडसेट और अन्य सबूत बरामद किए हैं।
दिल्ली पुलिस ने एक साइबर जबरन वसूली रैकेट का पर्दाफाश किया है और नग्न वीडियो कॉल के जरिए ब्लैकमेल करने के मामले में कथित मास्टरमाइंड समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि घोटाले का शिकार हुए शाहदरा निवासी अंकित कुमार कैन द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद जांच शुरू हुई। पुलिस के मुताबिक कैन की मुलाकात डेटिंग ऐप क्वैकक्वैक पर नंदिनी नाम की महिला से हुई। व्हाट्सएप नंबरों का आदान-प्रदान करने के बाद, उसने कैन का चेहरा रिकॉर्ड करते हुए नग्न हालत में वीडियो कॉल शुरू की। बाद में उसने उसे ब्लैकमेल किया और पैसे न देने पर वीडियो लीक करने की धमकी दी।
चार मोबाइल हैंडसेट बरामद
सामाजिक अपमान के डर से कैन ने ब्लैकमेलर द्वारा दिए गए बंधन बैंक खाते में 35,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। पुलिस ने कहा कि जब उसने और पैसे मांगे जांच में पता चला कि श्याम सिंह ने मंगल की जानकारी का इस्तेमाल करके ऑनलाइन अकाउंट खोला था। पुलिस ने बताया कि रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी श्याम से जुड़े थे। श्याम के कब्जे से घोटाले में इस्तेमाल किए गए चार मोबाइल हैंडसेट बरामद किए गए।
अकाउंट खुलवाने के लिए दिए पैसे
अकाउंट से जुड़े एटीएम कार्ड और सिम को दूसरे आरोपी आमिर को सौंप दिया गया, जो अभी फरार है। मंगल सिंह को भी दिल्ली के झंगोला स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उसने खुलासा किया कि वह हरजीत सिंह उर्फ सोनू नाम के एक व्यक्ति के जरिए आरोपी श्याम सिंह से मिला था। आरोपी श्याम सिंह ने उसे एक बैंक अकाउंट के बदले 10,000 रुपये देने की पेशकश की। इसके बाद आरोपी श्याम सिंह ने ऑनलाइन ही आरोपी मंगल का बैंक अकाउंट खुलवा दिया। मंगल ने अपना एटीएम कार्ड और कथित बैंक अकाउंट की चेक बुक और सिम भी आरोपी श्याम सिंह को दे दिया।
आगे की जांच जारी
पुलिस ने बताया कि आरोपी मंगल को हरजीत सिंह उर्फ सोनू से 6,000 रुपये और आरोपी श्याम सिंह से 4,000 रुपये नकद कमीशन मिला था। पूछताछ के दौरान पता चला कि श्याम सिंह ने लोगों को अपने खाते खोलने के लिए प्रोत्साहित किया और पैसे के बदले में लोगों के खाते खोले। उसने ऑनलाइन बंधन बैंक खाता खोला और सह-आरोपी आमिर को सौंप दिया। पुलिस ने कहा कि आगे की जांच जारी है।
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