20 दिन बाद ही कट गया SBK Singh का पत्ता! रेखा गुप्ता पर हमले के बाद बदले गए दिल्ली पुलिस कमिश्नर
Delhi Police New Commissioner: दिल्ली पुलिस को अब एक स्थायी पुलिस कमिश्नर मिल गया है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सतीश गोलचा को दिल्ली पुलिस का नया पुलिस आयुक्त (कमिश्नर) नियुक्त किया गया है। वह 1992 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं और इससे पहले तिहाड़ जेल के महानिदेशक (DG) के पद पर कार्यरत थे।
गोलचा ने SBK Singh की जगह ली
सतीश गोलचा ने एसबीके सिंह का स्थान लिया है, जिन्हें हाल ही में दिल्ली पुलिस का कमिश्नर बनाया गया था। लेकिन वह इस पद पर सिर्फ 20 दिनों तक ही रह सके। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के महज 30 घंटे के भीतर उन्हें पद से हटा दिया गया।

SBK Singh 31 जुलाई को बनाए गए थे कमिश्नर
SBK Singh को 31 जुलाई को दिल्ली पुलिस का नया प्रमुख नियुक्त किया गया था, जब पूर्व कमिश्नर संजय अरोड़ा सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें 1 अगस्त 2025 से यह जिम्मेदारी दी गई थी, हालांकि यह सिर्फ अस्थायी (एडिशनल चार्ज) थी।

Satish Golcha का अनुभव और कार्यकाल
सतीश गोलचा का पुलिस सेवा में लंबा अनुभव है। उन्होंने दिल्ली पुलिस में स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर), स्पेशल कमिश्नर (इंटेलिजेंस) और अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जैसे अहम पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। इसके अलावा वह दिल्ली पुलिस में DCP और संयुक्त आयुक्त (Joint CP) के पद पर भी काम कर चुके हैं। उन्होंने 1 मई 2024 को तिहाड़ जेल के डीजी के रूप में कार्यभार संभाला था। अब उन्हें दिल्ली पुलिस कमिश्नर के रूप में अगले आदेश तक नियुक्त किया गया है।
कौन हैं SBK Singh ?
SBK Singh, जो 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, उन्हें पहले दिल्ली होमगार्ड्स के महानिदेशक के पद पर तैनात किया गया था। इसके बाद उन्होंने संजय अरोड़ा के रिटायरमेंट के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार संभाला था। SBK Singh को इस पद से हटाने का निर्णय मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के बाद लिया गया। यह हमला दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चूक मानी गई, जिसकी वजह से उच्च स्तर पर कार्रवाई की गई।

पिछले कमिश्नर कौन थे?
संजय अरोड़ा, जो तमिलनाडु कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थे, उन्होंने 1 अगस्त 2022 को राकेश अस्थाना की जगह दिल्ली पुलिस कमिश्नर का पद संभाला था। उनके कार्यकाल के बाद एसबीके सिंह ने कुछ समय के लिए जिम्मेदारी ली, और अब सतीश गोलचा को स्थायी रूप से यह जिम्मेदारी दी गई है।