प्रदूषण विरोधी प्रदर्शन में नक्सलियों का समर्थन! दिल्ली के विवादित प्रोटेस्ट का असली अजेंडा क्या है?
Delhi Pollution Protest: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और जहरीली हवा को लेकर पिछले कुछ दिनों से इंडिया गेट पर युवा समूह प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन रविवार शाम C-हेक्सागन में आयोजित प्रदर्शन ने असामान्य मोड़ ले लिया। ये प्रदर्शन अचानक मारे गए नक्सली कमांडर हिड़मा के समर्थन में ‘हिडमा अमर रहे’ नारों से गूंज उठा। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में नक्सली कमांडर मदवी हिडमा के नाम लिखी तख्तियां और पोस्टर लेकर आये थे। पुलिस ने जब प्रदर्शनकरियों को हटाने की कोशिश की, तो उन्होंने पेपर स्प्रे किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इस प्रदर्शन को 'अर्बन नक्सल' करार दे रहे हैं।
Protest for Pollution in Delhi: प्रदूषण विरोध के नाम पर नक्सलियों का समर्थन!
दिल्ली के इंडिया गेट के सी-हेक्सागन पर कुछ युवा दिल्ली की खराब वायु गुणवत्ता को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उनका उद्देश्य वायु गुणवत्ता में गिरावट को लेकर विरोध जताना था। प्रदर्शनकारी व्यवस्था से नाराजगी जता रहे थे और उसे बदलने की आवाज उठा रहे थे। हालांकि, कुछ देर बाद विरोध प्रदर्शन का रुख बदल गया। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में हिडमा के पोस्टर और तख्तियां लेकर आए और उसके पक्ष में नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदूषण विरोधी प्रदर्शन ‘हिडमा अमर रहे’ नारों से गूंज उठा।
Delhi News: प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर डाला मिर्ची स्प्रे
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारी अचानक बैरिकेड तोड़कर सड़क पर बैठ गए, जिससे एंबुलेंस सहित कई इमरजेंसी वाहन फंस गए। जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को हटाने चली, तो उन्होंने पेपर स्प्रे डाल दिया।
DCP देवेश महला ने बताया, पहली बार हमने देखा कि पुलिस पर पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया गया। हमारे कई जवानों की आंखों में स्प्रे डाला गया। कॉन्स्टेबल इशांत की आंखों में स्प्रे ज्यादा पड़ा, जिसकी वजह से वह घायल हो गए। RML अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
कई प्रदर्शनकारी पुलिस हिरासत में
पुलिस ने मौके पर लगभग छह प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। इस घटना में शामिल लोगों की पहचान CCTV और वीडियो के जरिए की जा रही है। पुलिस ने सरकारी काम में बाधा, बैरिकेड तोड़ने और सड़क जाम करने, पुलिस पर हमला करने जैसी कई धाराओं में FIR दर कर ली है।
Delhi Pollution Protest: प्रदूषण विरोधी प्रदर्शन में हिडमा का समर्थन क्यों?
इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि प्रदूषण के विरोध में जुटे लोग अचानक नक्सली कमांडर हिडमा के नारे क्यों लगाने लगे। प्रदर्शन में हिडमा के पोस्टर और तख्तियां कैसे पहुंच गईं, यह भी एक चिंता का विषय है। पुलिस ने इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि यह पता लगाना बेहद जरूरी है कि कहीं कोई संगठित समूह प्रदर्शन को भटकाने का प्रयास तो नहीं कर रहा था।
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