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दिल्ली : यमुना का जलस्तर घटा, लेकिन खतरे के निशान से अभी भी ऊपर

दिल्ली में यमुना का जल-स्तर शनिवार को थोड़ा कम हुआ, हालांकि यह अब भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

03:12 AM Aug 14, 2022 IST | Shera Rajput

दिल्ली में यमुना का जल-स्तर शनिवार को थोड़ा कम हुआ, हालांकि यह अब भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

दिल्ली   यमुना का जलस्तर घटा  लेकिन खतरे के निशान से अभी भी ऊपर
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दिल्ली में यमुना का जल-स्तर शनिवार को थोड़ा कम हुआ, हालांकि यह अब भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
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बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने कहा कि यमुना का जल-स्तर अपराह्न तीन बजे के 205.99 मीटर से घटकर रात आठ बजे 205.88 मीटर रह गया। ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद नदी शुक्रवार शाम चार बजे के करीब 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गई थी, जिसके बाद अधिकारियों ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया।
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एक पूर्वानुमान में कहा गया है कि रविवार को सुबह 11 बजे से अपराह्न एक बजे के बीच जल-स्तर घटकर 204.75 मीटर तक आ सकता है और इसके बाद इसका कम होना जारी रहेगा।
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इस बीच, पूर्वी दिल्ली के उप-मंडल अधिकारी (एसडीएम) आमोद बर्थवाल ने कहा कि नदी के करीब निचले इलाकों में रहने वाले 13,000 लोगों में से लगभग 5,000 लोगों को राष्ट्रमंडल खेल गांव, हाथी घाट और लिंक रोड पर बने टेंट में ले जाया गया है।
उन्होंने कहा, ‘बाकी लोग सुरक्षित हैं और ऐसा लगता है कि उन्हें अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि जल स्तर कम होने की संभावना है।’
करावल नगर के एसडीएम संजय सोंधी ने कहा कि उनके जिले के निचले इलाकों से 200 लोगों को ऊंचे स्थानों पर ले जाया गया है, और गैर-सरकारी संगठनों की मदद से उन्हें पीने का पानी, भोजन और अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध कराई गई हैं।
दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी तब घोषित की जाती है जब हरियाणा के यमुना नगर में हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की दर एक लाख क्यूसेक के निशान को पार कर जाती है और तब बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को वहां से निकाल लिया जाता है।
दिल्ली में यमुना बाढ़ के मैदानों और निचले इलाकों में रहने वाले लगभग 37,000 लोग बाढ़ की चपेट में माने जाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘बाढ़ के मैदानों के निचले इलाकों से निकाले गए लोगों को तंबुओं जैसे अस्थायी ढांचे और सुरक्षित क्षेत्रों में,जैसे स्कूलों के स्थायी भवनों में स्थानांतरित किया जा रहा है।’’
दिल्ली बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने सुबह छह बजे हथिनीकुंड बैराज से लगभग 17,000 क्यूसेक पानी छोड़ने की सूचना दी। शनिवार को दोपहर बाद करीब एक बजे 1.49 लाख क्यूसेक और बृहस्पतिवार को अपराह्न तीन बजे 2.21 लाख क्यूसेक पानी था।
एक क्यूसेक 28.32 लीटर प्रति सेकेंड के बरबर होता है।
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Shera Rajput

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