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दिल्ली की हवा हुई बेहद ख़राब, वायु गुणवत्ता लगातार पांचवें दिन भी समान

09:59 AM Nov 02, 2023 IST | Nikita MIshra
HIGHLIGHTS :

दिल्ली की हवा लगातार ज़हर में तब्दील हो रही है। जहां जब भी इसके वायु गुणवत्ता की जांच की जाती है तो हर बार उसकी श्रेणी खराब ही निकल कर आती है। दिल्ली का वातावरण अब स्मोग के बादल में छा गया है। लेकिन इस सर्द हवा में सुकून की सांस लेना दिल्ली वासियों के लिए काफी महंगा पड़ रहा है। क्योंकि दिल्ली की हवा अब बेहद खराब हो चुकी है जिसके कारण लोगों को अस्थमा, लंग की बिमारी का सामना करना पड़ रहा है। जी हाँ आपको बता दें की गुरुवार को नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता लगातार पांचवें दिन 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी रही।

दिल्ली का AQI लेवल हुआ बेहद खराब

आज सुबह शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 343 (बहुत खराब) था। 0 से 100 तक AQI को 'अच्छा' माना जाता है, जबकि 100 से 200 तक 'मध्यम', 200 से 300 तक 'खराब', 300 से 400 तक 'बहुत खराब' और 400 से लेकर AQI तक माना जाता है। 500 या इससे ऊपर इसे 'गंभीर' माना जाता है.सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR)-इंडिया द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में AQI सोमवार को 322 और मंगलवार को 327 दर्ज किया गया था।

Delhi-NCR की वायु श्रेणी में नहीं कोई बदलाव

दिल्ली- एनसीआर की बात करें तो नोएडा में समग्र वायु गुणवत्ता भी आज 397 एक्यूआई के साथ बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। वहीँ बुधवार को नोएडा में AQI 391 जबकि गुरुग्राम में 323 (बहुत खराब) था। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लोगों को समझने में आसान शब्दों में वायु गुणवत्ता की स्थिति के प्रभावी संचार के लिए एक उपकरण है। यह विभिन्न प्रदूषकों पर जटिल वायु गुणवत्ता डेटा को एक एकल संख्या (सूचकांक मान), नामकरण और रंग में बदल देता है।पिछले हफ्ते दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए एक-एक करके 15 सूत्री शीतकालीन कार्ययोजना लागू की जा रही है।

दिल्ली सरकार ने उठाए बड़े कदम

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले वाहनों, बायोमास जलने, धूल आदि से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए 15-सूत्रीय शीतकालीन कार्य योजना की घोषणा की थी। अब प्रदूषण को कम करने के लिए इस शीतकालीन कार्य योजना को एक-एक करके जमीन पर लागू किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी, “राय ने एएनआई को बताया था। दिल्ली के मंत्री ने कहा कि चूंकि प्रदूषण का एक प्रमुख कारण वाहन है, इसलिए उन्होंने 26 अक्टूबर को 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान शुरू किया है। अब डेटा कहता है कि AQI में पार्टिकुलेट मैटर (PM) 10 का स्तर कम हो रहा है और PM2.5 का स्तर बढ़ रहा है। इसका मतलब है कि वाहनों और बायोमास जलने से होने वाला प्रदूषण बढ़ रहा है। इसके लिए 'रेड लाइट ऑन' दिल्ली के मंत्री ने कहा, 'गाड़ी ऑफ' अभियान शुरू किया गया है।

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