Dharali Cloud Burst: 50 फीट मलबे के नीच जिंदगी की तलाश, युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Dharali Cloud Burst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव मलबे की चपेट में आ गया था। नदी किनारे एक खूबसूरत गांव जिसे बसने में सदियों का समय लगा था और वह महज कुछ ही सेंकेड में पूरा गांव, बाजार सब खीर गंगा की बाढ़ में बह गया। अब मलबा हटाने और लापता लोगों की तलाश अभियान अभी भी जारी है। युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है अभी तक 534 लोगों को सुरक्षित निकाल दिया है।
सेना के हेलिकॉप्टर से रेस्कयू
मलबे में दबे लोगों और धराली गांव के लोगों की जिंदगिया बचाने के लिए हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया गया है। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। एमआई-17 और चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से लोगों को सुरक्षित वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही मौसम खराब होने की वजह से चिनूक और एमआई हेलीकॉप्टरों की सेवाएं भी प्रभावित हो रही है।
सेना के जवान तैनात
धराली त्रासदी में राहत बचाव अभियान में भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना (IAF), ITBP, NDRF, SDRF, BRO और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर लापता लोगों की तलाश की जा रही है। बता दें कि आपदा में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर मातली हेलीपैड तक लाया जा रहा है। इस हैलीपैड से उनके घर तक सुरक्षित पहुंचने की भी व्यवस्था की गई है।
50 फीट तक मलबा
बाढ़ की चपेट में धराली गांप में अभी भी 50 फीट तक मलबा 80 एकड़ की जमीन पर फैला हुआ है। बताया जा रहा है कि मलबा हटाने के लिए अधिम मशीनों की जरूरत है लेकिन सड़क टूटने, लैंडस्लाइड होने की वजह से मशीनें भटवाड़ी में ही है। अभी सिर्फ 3 JCB की मदद से मलबा हटाया जा रहा है और रेस्कयू में 4 दिन लग सकते है। बताया जा रहा है कि अभी भी 100 से अधिक लोग लापता है।
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