महाकुंभ में डिजिटल अनुभूति केंद्र बना आकर्षण का मुख्य केंद्र
डिजिटल तकनीक से सजीव हुईं महाकुंभ की पौराणिक गाथाएं
आस्था और आध्यात्म के महापर्व, महाकुंभ को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और प्रेरणा से इस वर्ष दिव्य-भव्य के साथ डिजिटल महाकुंभ के तौर पर भी विकसित किया गया। मेला क्षेत्र के सेक्टर-4 में बना डिजिटल अनुभूति केंद्र डिजिटल महाकुंभ का साकार रूप बना।
डिजिटल अनुभूति केंद्र ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को एआई, वर्चुअल रियलिटी और होलोग्राम की आधुनिकतम तकनीक से सनातन आस्था की प्राचीनतम पौराणिक गाथाओं और मान्यताओं से परिचित करवाया। डिजिटल अनुभूति केंद्र ने विशेष रूप से युवा और विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया। महाकुंभ के दौरान महामहिम राष्ट्रपति, भूटान नरेश समेत अब तक लगभग 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालु डिजिटल अनुभूति केंद्र के साक्षी बने।
तीर्थराज प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में अब तक 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, जो सनातन संस्कृति के प्रति आस्था के सतत प्रवाह का प्रत्यक्ष प्रमाण है। ऐसे में सीएम योगी की प्रेरणा से मेला क्षेत्र के सेक्टर-4 में बना डिजिटल अनुभूति केंद्र आस्था और आधुनिकता के अद्भुत संगम के तौर पर उभरा। डिजिटल अनुभूति केंद्र महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का विशेष केंद्र साबित हुआ।
इस केंद्र में अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने महाकुंभ और सनातन संस्कृति के महात्म्य का आधुनिक तकनीक के जरिए दिव्य भव्य नजारा देखा। यही नहीं, केंद्र से लगभग 1.75 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति भी हुई। युवा पीढ़ी और विदेशी पर्यटकों को देश की प्राचीन सनातन संस्कृति से परिचित करवाने में डिजिटल अनुभूति केंद्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।