
फिल्म पठान पर विवाद के बीच कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया और ट्वीट किया। इसमें दिग्विजय सिंह ने लिखा कि मोदी ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं से फिल्मों के बहिष्कार पर बयान नहीं देने को कहा। जाहिर है यह “पठान” के लिए है। क्या मोदी बदल रहे हैं? नहीं, “तेंदुआ कभी भी अपने पंजों के निशान नहीं बदलता। कांग्रेस नेता ने आगे लिखा कि पठान कोई अन्य हिंदी फिल्म नहीं है। यह भारत के लिए लड़ाई है।
गाने को लेकर विवाद बढ़ा था
दरअसल फिल्म पठान का टीजर रिलीज होने के बाद से ही एक गाने को लेकर विवाद बढ़ गया। वहीं इन सबके बीच पीएम मोदी ने फिल्मों पर हो रही बयानबाजी को लेकर अहम बयान दिया था। इसमें उन्होंने बेवजह के विरोध न करने की सलाह दी थी। पठान विवाद के बीच आया उनका ये बयान बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा था। हालांकि इस बयान को सुनील शेट्टी की उस अपील से भी जोड़कर देखा जा रहा था जो उन्होंने कुछ दिन पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से की थी और अपनी बात पीएम मोदी तक पहुंचाने की अपील की थी।
दिग्विजय सिंह ने दिया विवादित बयान
वहीं अब पीएम मोदी के फिल्मों के समर्थन में बयान के लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मोदी ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं से फिल्मों के बहिष्कार पर बयान नहीं देने को कहा। जाहिर है यह “पठान” के लिए है। उन्होंने सवाल किया कि क्या मोदी बदल रहे हैं? हालांकि अपने ही सवाल का जवाब देते हुए अगली लाइन में उन्होंने लिखा कि नहीं, तेंदुआ कभी भी अपने पंजो के निशान नहीं बदलता!!। कांग्रेस नेता ने आगे लिखा कि पठान कोई अन्य हिंदी फिल्म नहीं है। यह भारत के लिए लड़ाई है।
पठान फिल्म पर हंगामा
पठान फिल्म पर उसके टीजर को लेकर विवाद शुरू हुआ था। 12 दिसंबर को जब बेशर्म रंग गाना रिलीज हुआ तो ये विरोध देशव्यापी बहस का मुद्दा बन गया। दरअसल गाने में दीपिका पादुकोण के आउटफिट्स, खासकर भगवा बिकिनी पर लोगों ने खूब सवाल किए। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तो आपत्तिजनक सीन न हटाने पर फिल्म रिलीज न करने देने तक की चेतावनी दे दी थी। ट्विटर, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों पर भी इसका खूब विरोध हुआ था। फिल्म को बॉयकॉट करने के ट्रेंड चलाए गए थे।
हिंदूवादी नेताओं ने की थी तल्ख टिप्पणी
पठान पर शुरू हुए विवाद के बाद हिंदूवादियों के साथ अन्य नेताओं ने इस पर तल्ख टिप्पणी की थी। सबसे पहले महाराष्ट्र भाजपा के नेता राम कदम ने इस पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि सस्ती लोकप्रियता दिलाने के लिए सोची समझी साजिश के तहत विवाद खड़ा किया गया है, यदि कोई फिल्म टीवी या धारावाहिक हिंदू समाज को ठेस पहुंचाएगा तो उसे महाराष्ट्र में प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके बाद मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सभी आपत्तिजनक सीन हटाने की चेतावनी दे दी थी, ऐसा न करने पर एमपी में फिल्म रिलीज न करने देने का ऐलान कर दिया था।