चीन के साथ LAC पर विवाद ने भारत को दूसरों के साथ सहयोगात्मक प्रयास की जरूरत का कराया एहसास
चीन के साथ एलएसी पर हाल की गतिविधियों ने भारत को यह एहसास दिलाया है कि उनकी अपनी रक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों के साथ सहयोगात्मक प्रयास के क्या माएने हो सकते हैं।
11:13 AM Mar 10, 2021 IST | Desk Team
पेंटागन के एक शीर्ष कमांडर ने मंगलवार को सांसदों से कहा कि चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हाल की गतिविधियों ने भारत को यह एहसास दिलाया है कि उनकी अपनी रक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों के साथ सहयोगात्मक प्रयास के क्या माएने हो सकते हैं।
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‘यूएस इंडो-पैसिफिक’ कमान के कमांडर एडमिरल फिल डेविडसन ने ‘सीनेट फॉरेन रिलेशन कमेटी’ के सदस्यों से कहा, ‘‘ आप जानते हैं कि भारत ने लंबे समय से रणनीतिक स्वायत्तता का रुख अपनाया हुआ था, गुटनिरपेक्षता का रुख लेकिन मुझे लगता है कि चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हाल की गतिविधियों ने उसे एहसास करा दिया है कि उनकी अपनी रक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों के साथ सहयोगात्मक प्रयास के क्या माएने हो सकते है।’’
एडमिरल ने सीनेटर एंगस किंग के सवाल का जवाब देते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘ भारत को संकट के समय हमने कुछ सूचनाएं भी दी थीं। इनके अलावा कुछ उपकरण आदि भी दिए थे और पिछले कई वर्षों में, हम अपने समुद्री सहयोग को भी प्रगाढ़ कर रहे हैं।’’
डेविडसन ने कहा कि मुझे लगता है कि चार देशों के गठबंधन (क्वाड) के साथ भारत अपने संबंध गहरा करेगा और मुझे लगता है कि यह हमारे, ऑस्ट्रेलिया और जापान के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक अवसर है। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष नेताओं का सम्मेलन 12 मार्च को ऑनलाइन आयोजित होगा।
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