For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

क्या Amazon, PayPal हैं देश विरोधी? जानें आतंकियों ने कैसे किया भारत के खिलाफ इनका इस्तेमाल!

04:29 PM Jul 08, 2025 IST | Amit Kumar
क्या amazon  paypal हैं देश विरोधी  जानें आतंकियों ने कैसे किया भारत के खिलाफ इनका इस्तेमाल
Amazon, PayPal

FATF (Financial Action Task Force) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि किस तरह से आतंकी संगठन ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम और ई-कॉमर्स वेबसाइटों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. रिपोर्ट में पुलवामा हमला और गोरखनाथ मंदिर की घटना का भी जिक्र किया गया है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, FATF ने कहा है कि कुछ देशों की सरकारें भी आतंकवादी संगठनों को सीधे या परोक्ष रूप से आर्थिक और लॉजिस्टिक सहायता देती हैं. ये सहायता पैसे, सामग्री, प्रशिक्षण या अन्य संसाधनों के रूप में दी जाती है. रिपोर्ट के मुताबिक कुछ आतंकी संगठन सरकारी समर्थन से फंडिंग और योजना बनाने में सक्षम हो पाते हैं.

पुलवामा हमले में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का उपयोग

फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 40 भारतीय जवान शहीद हुए थे. FATF ने इस हमले को एक उदाहरण के रूप में शामिल किया है. रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में उपयोग किए गए विस्फोटक उपकरणों में इस्तेमाल हुआ एल्युमिनियम पाउडर (EPOM) Amazon जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से खरीदा गया था. इससे यह साफ होता है कि आतंकवादी ऑनलाइन खरीदारी के जरिए सामग्री जुटा रहे हैं.

गोरखनाथ मंदिर हमले में डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल

अप्रैल 2022 में उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में एक आतंकी ने घुसपैठ की कोशिश की थी. यह व्यक्ति आईएसआईएल (ISIL) की विचारधारा से प्रेरित था. FATF ने बताया कि उसने PayPal के जरिए लगभग 6.7 लाख रुपए रुपये (लगभग $7,700) विदेशी देशों में ट्रांसफर किए. इसके लिए उसने VPN का भी इस्तेमाल किया ताकि उसकी पहचान और लोकेशन छिपी रहे.

कैसे लगा फंडिंग का पता?

जांच में पाया गया कि आरोपी ने VPN सेवाओं की फीस अपने बैंक खाते से दी थी. इसके अलावा उसने 44 अलग-अलग लेनदेन के माध्यम से पैसे विदेश भेजे थे और कुछ रकम विदेशी स्रोतों से प्राप्त भी हुई थी. उसके इन लेन-देन को संदिग्ध मानते हुए PayPal ने उसका खाता ब्लॉक कर दिया.

फिनटेक सेवाओं का आतंकियों द्वारा गलत इस्तेमाल

FATF ने कहा है कि पिछले 10 वर्षों में डिजिटल पेमेंट और फिनटेक सेवाओं में तेजी से वृद्धि हुई है. आतंकवादी इन सेवाओं का दुरुपयोग कर फंड इकट्ठा कर रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय ट्रांसफर कर रहे हैं और अपनी पहचान छिपाने के लिए तकनीकी साधनों का उपयोग कर रहे हैं.

भारत का पाकिस्तान पर आरोप

भारत लगातार पाकिस्तान पर आतंकियों को मदद देने का आरोप लगाता रहा है. भारत का कहना है कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को सुरक्षित पनाहगाह और फंडिंग देता है. यही कारण है कि भारत चाहता है कि पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में रखा जाए.

यह भी पढ़ें-इस आतंकी संगठन के नाम से हो जाती है Pakistan की पतलून गीली! UN में किया बड़ा खुलासा

Advertisement
Author Image

Amit Kumar

View all posts

Advertisement
×