For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

क्या आप जानते है कपड़ों की दुकान पर बिना बिके कपड़ों का क्या होता है? क्या मालिक को भुगतना पड़ता है लॉस, दंग कर देगा जवाब

01:15 PM Sep 29, 2023 IST | Khushboo Sharma
क्या आप जानते है कपड़ों की दुकान पर बिना बिके कपड़ों का क्या होता है  क्या मालिक को भुगतना पड़ता है लॉस  दंग कर देगा जवाब

सोशल नेटवर्किंग साइट Quora पर अक्सर लोग ऐसे सवाल पूछते हैं, लेकिन जवाब कम ही लोग जानते हैं। हालाँकि, इन सभी सवालों के जवाब इस प्लेटफ़ॉर्म से जुड़े यूज़र्स ही दिया करते हैं। ऐसा ही एक अजीब सवाल यहां पर एक यूज़र ने पूछा है कि "उन कपड़ों का क्या होता है जो कपड़े की दुकान पर नहीं बिकते? क्या मालिक को इसके नुक्सान की भरपाई करनी पड़ती है?" सवाल तो बेहद लॉजिकल है। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रत्येक सीज़न के अंत में, ऐसे कपड़े होते हैं जो बिकते नहीं हैं। कई Quora यूजर्स ने इस सवाल का जवाब दिया है जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे।


Quora यूजर्स के ईमेल के अनुसार, फैब्रिक स्टोर के मालिकों के पास ऐसे बहुत से ऑप्शन होते है जो इन बचे हुए कपड़ों को बेचने में मदद करते हैं। उनमें से कुछ है:

डिस्काउंट में बचे हुए कपडे बेच देना

बहुत से स्टोर ऑनलाइन डिस्काउंटर्स जैसे कि मैक्स या आउटनेट को अपने कपडे बेच देते है। Quora यूजर सुनील वर्मा कहते हैं: उन्होंने यह भी कहा कि कभी-कभी दूसरे लोग बुनियादी वस्तुओं को ऑनलाइन बेचना शुरू कर देते हैं या उनके अपने स्टोर होते हैं जो पिछले सीज़न की वस्तुओं को डिस्काउंट की कीमतों पर बेचते हैं। रमेश चंद्र वार्ष्णेय नाम के एक Quora यूज़र सुनील की बातों का समर्थन करते नज़र आते हैं। उन्होंने कहा, "हम ऐसे ही कपड़ों पर 50% डिस्काउंट की तैयारी कर रहे हैं।"

फाउंडेशन को दान कर दिए जाते है कपडे

सुनील वर्मा ने यह भी कहा कि अगर बिक्री के बाद कपड़े नहीं बिकते हैं, तो उन्हें फाउंडेशन को दे दिया जाता है जो जरूरतमंदों को मुफ्त में या बहुत कम कीमत पर बेच देते है। पत्रिका की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑक्सफैम और साल्वेशन आर्मी जैसे कुछ फाउंडेशन ऐसा ही काम कर रहे हैं।

फेस्टिवल सेल में सस्ते में बेचते है

एक बात तो ये कि कपडे इतनी जल्दी खराब नहीं होते है इसलिए त्योहार पर बिना बिके कपड़े भी बिक जाते हैं। निधि जोशी नाम की Quora यूजर ने कहा, “आज नहीं तो कल ये कपड़े बिकेंगे, यदि यह अभी तक नहीं बिका है, तो त्योहार के दिन सेल लगाए। भले ही वह थोड़ा मुनाफा कम कमा ले, लेकिन उनके कपड़े बिक जायेंगे।”

प्रॉफिट-लॉस के लिए पहले से होता है मार्जिन

राज बहादुर सिंह नाम के Quora यूजर ने जवाब दिया, “दुकानदार अपने काम के लिए इतना मार्जिन लेकर चलते है की उन्हें पता होता है कब लॉस होगा और कब प्रॉफिट।" इस बीच, कृष्णा नाम के एक शख्स का कहना है, ''ग्रामीण इलाकों और मैदानी इलाकों में लोग ऐसे कपड़ों की फेरी लगाते हैं और बेचते हैं। मालिक ऐसे शेयरों के कुछ लाभों को निकालता है और ऐसे कपड़े बेचते समय मार्जिन जोड़ता है।

Advertisement
Advertisement
Author Image

Khushboo Sharma

View all posts

Advertisement
×