क्या आप जानते हैं दुनिया का सबसे महंगा सिक्का कौन सा हैं और वो कितना महंगा हैं? जानिए इससे जुडी कुछ दिलचस्प बातें
दुनिया का सबसे महंगा सिक्का ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा बनाया गया था। सिर्फ एक सिक्के से इतनी कीमत में कार-बंगला खरीदा जा सकता है, जो काफी है। यह 3.6 किलोग्राम सोने से बना है और इसे 6,400 हीरों के साथ जड़ा गया है। इसे निगम द्वारा “द क्राउन कॉइन” के नाम से जाना जाता है।
04:14 PM Sep 10, 2023 IST | Nikita MIshra
एक सिक्के की कीमत 100, 200, 1,000, या 100,000 भी हो सकती है। नहीं, कथित तौर पर दुनिया का सबसे महंगा सिक्का ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा बनाया गया था। सिर्फ एक सिक्के से इतनी कीमत में कार-बंगला खरीदा जा सकता है, जो काफी है। यह 3.6 किलोग्राम सोने से बना है और इसे 6,400 हीरों के साथ जड़ा गया है। इसे निगम द्वारा “द क्राउन कॉइन” के नाम से जाना जाता है।
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कौन सा हैं ये महंगा और बेशकीमती सिक्का
यदि आप सोच रहे हो कि इसी बनाने की अब क्या आवश्यकता पड़ गई तो बता दें कि इसे महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की डेथ एनिवर्सिरी पर लागू किया था।उनको सम्मान देने के लिए इसे लाया गया है। यह सिक्का 9.6 इंच व्यास का है और इसकी कीमत कथित तौर पर 192 करोड़ रुपये है। अगर यह पैसा रुपयों में रखा जाए तो एक अच्छा घर भर जाएगा क्योंकि यह इतना ऊंचा है। 163 करोड़ रुपये मूल्य का एक सिक्का, जिसे “डबल ईगल” कहा जाता है, पहले जारी किया गया था। ऑगस्टस सेंट गॉडंस वास्तुकार ने 1933 में इसको बनाया था। इसके बाद यह चर्चा का विषय बन गया था।
भारतीय के निरक्षण में है तैयार
इसकी एक दिलचस्प कहानी और भी हैं। यह सिक्का किसी अंग्रेज द्वारा न बनाकर एक भारतीय द्वारा बनाया गया था। दरअसल, ईस्ट इंडिया कंपनी के सीईओ संजीव मेहता भारतीय मूल के हैं। आपको बता दें कि ईस्ट इंडिया कंपनी पहले भारत पर राज करते थी। यह सिक्का ब्रिटिश सम्राट महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का सम्मान करता है और उनके निर्देशन में कंपनी द्वारा निर्मित किया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, इसे बनाने में कथित तौर पर 16 महीने लगे। यह काम सिंगापुर, श्रीलंका, भारत, जर्मनी, ब्रिटेन और सिंगापुर के कारीगरों द्वारा किया गया था।
ऐसा कोई दूसरा सिक्का नहीं हैं
सिक्के के किनारों पर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के कोट्स भी आपको नज़र आएंगे। पहले कोट ये है कि- अनुभव उम्र के साथ आता है और अगर इसका इस्तेमाल सही ढंग से किया जाए तो ये एक गुण बन सकता है। इसके बाद दूसरे कोट में लिखा है कि अपने पुराणी आपसी झगड़ों या मतभेदों को पीछे छोड़ कर हम एक साथ आगे बढ़ सकते हैं। चूँकि आज तक कोई दूसरा सिक्का नहीं बना है इसलिए यह सिक्का भी विशिष्ट है।
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