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डोईवाला : एसडीआरएफ ने किया शहीद सैनिकों व अदम्य साहस को नमन

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने किया भारतीय सेना के बलिदान व अदम्य साहस को नमन। एसडीआरएफ की ओर से विजय दिवस के उपलक्ष्य पर भारतीय सेना के शहीद सैनिकों व अदम्य साहस को सलामी दी गई।

06:04 PM Dec 17, 2022 IST | Ujjwal Jain

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने किया भारतीय सेना के बलिदान व अदम्य साहस को नमन। एसडीआरएफ की ओर से विजय दिवस के उपलक्ष्य पर भारतीय सेना के शहीद सैनिकों व अदम्य साहस को सलामी दी गई।

डोईवाला   एसडीआरएफ ने किया शहीद सैनिकों व अदम्य साहस को नमन
डोईवाला, (पंजाब केसरी): राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने किया भारतीय सेना के बलिदान व अदम्य साहस को नमन। एसडीआरएफ की ओर से विजय दिवस के उपलक्ष्य पर भारतीय सेना के शहीद सैनिकों व अदम्य साहस को सलामी दी गई।
उत्तराखंड राज्य सैन्य बाहुल्य प्रदेश है यह सेना में भर्ती होना मात्र उदरपूर्ति या जीविकोपार्जन का साधन नही, बल्कि एक त्याग, बलिदान गौरव की परंपरा है। भारत और पाकिस्तान के बीच माह दिसम्बर 1971 में (पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश) लड़ाई लड़ी गयी थी। भारतीय फौज ने 14 दिनों के भीषण युद्ध के दौरान पाकिस्तानी फौज को परास्त किया था। 
पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तानी फौज के चंगुल से मुक्त कराया, जो वर्तमान में बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है। उक्त युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों द्वारा अपने अदम्य साहस का प्रदर्शन किया गया। इस अभियान में कई वीर सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति भी दी। 
भारतीय सेना के अदम्य साहस एवं वीरता के लिए पूरे देश के साथ साथ उत्तराखंड राज्य द्वारा भी प्रत्येक वर्ष 16 दिसम्बर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसके परिप्रेक्ष्य में शुक्रवार को एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में विजय दिवस को हर्षोल्लास से मनाया गया।
इस अवसर पर सहायक सेनानायक दीपक सिंह द्वारा एसडीआरएफ के समस्त कार्मिकों को विजय दिवस की महत्ता बताते हुए भारतीय सेना के वीर पराक्रमियों को याद करते हुए नमन किया व साथ ही उपस्थित कार्मिकों को अपने परिजन, बच्चों पड़ोसियों व अन्य परिचितों को भी इस दिवस की महत्ता बताने का अनुरोध भी किया। 
ताकि मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के वीर अमर सपूतों की शौर्य और बलिदान की गाथा युग-युगांतर अविरल सभी के मस्तिष्क पटल पर जीवन्त रहे।
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