Donald Trump Tariff On India: भारत पर टैरिफ लगाकर उल्टा फंस गए ट्रंप!
Donald Trump Tariff On India: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और दक्षिण कोरिया जैसे देशों पर भारी टैरिफ (शुल्क) लगाने का फैसला लिया है। लेकिन येल यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह फैसला अमेरिका के लिए ही ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है। रिपोर्ट बताती है कि भारत पर 25% टैरिफ लगाने और रूस से तेल व हथियार खरीदने पर प्रतिबंध लगाने से हर अमेरिकी नागरिक की सालाना आमदनी में करीब 2,400 डॉलर (लगभग 2.10 लाख रुपए ) की गिरावट हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसका सीधा असर रोजमर्रा के सामान की कीमतों पर पड़ेगा और महंगाई बढ़ेगी। अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने इस बढ़ती महंगाई पर काबू पाने की कोशिश नहीं की, तो आम नागरिकों की आर्थिक स्थिति और कमजोर हो सकती है।
Donald Trump Tariff On India: किस वर्ग पर कितना असर?
येल यूनिवर्सिटी ने बताया कि अमेरिका में 1930 के बाद पहली बार इतना ऊंचा टैरिफ लगाया गया है। इससे सभी आय वर्ग प्रभावित होंगे:
- निम्न आय वर्ग: करीब 1,300 डॉलर (1.20 लाख रुपए ) का नुकसान
- उच्च आय वर्ग: करीब 5,000 डॉलर (4.5 लाख रुपए ) का नुकसान
- इससे साफ है कि यह नीति केवल अमीरों को नहीं, बल्कि गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को भी भारी पड़ेगी।
Donald Trump Tariff On India: कौन-से उत्पाद होंगे महंगे?
टैरिफ के कारण अमेरिका में कई चीजों की कीमतें तेज़ी से बढ़ सकती हैं:
- जूते और हैंडबैग (चमड़े के उत्पाद): 40% तक महंगे
- कपड़े: 38% तक
- अन्य टेक्सटाइल: 19% तक
- खाद्य वस्तुएं: 3.4%
- उत्पादक वस्तुएं: 7%
- कारें: 12.3% महंगी यानी औसतन 5,900 डॉलर (लगभग 5 लाख रुपए ) ज़्यादा कीमत
Donald Trump Tariff On India: नौकरियों और विकास दर पर असर
येल की रिपोर्ट के अनुसार, टैरिफ वॉर के चलते अमेरिका में:
- 5 लाख से ज़्यादा नौकरियां खत्म हो सकती हैं
- GDP ग्रोथ में 0.5% की गिरावट हो सकती है
- बेरोजगारी दर में 0.3% की बढ़ोतरी हो सकती है
- इससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था को झटका लग सकता है और आम लोगों के लिए रोजगार के अवसर घट सकते हैं।
सरकार को कमाई, जनता को बोझ
हालांकि इस टैरिफ से अमेरिकी सरकार को 2025 तक करीब 167.7 अरब डॉलर (लगभग 15 लाख करोड़ रुपए ) की आय हो सकती है, लेकिन हर नागरिक पर 1,300 डॉलर का अतिरिक्त बोझ भी पड़ेगा। ट्रंप का उद्देश्य व्यापार घाटा कम करना है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे उल्टा असर होगा और व्यापार घाटा और बढ़ सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने भारत के ऊपर 1 अगस्त की डेडलाइन से पहले ही 25% का टैरिफ लागू कर दिया है। इस फैसले के साथ ही ट्रंप ने भारत के प्रति कड़ी और चेतावनी भरी भाषा का इस्तेमाल किया है। इस टैरिफ के पीछे मुख्य कारण भारत का रूस के साथ ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र में व्यापार बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, Donald Trump का कहना है कि भारत लंबे समय से रूस से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल खरीद रहा है, जबकि अमेरिका और यूरोपीय देश रूस पर कई प्रतिबंध लगा चुके हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण अमेरिका नहीं चाहता कि कोई देश रूस से व्यापार करे।
भारत पर व्यापार बाधाएं लगाने का आरोप
Donald Trump ने अपने बयान में यह भी कहा कि भारत हमेशा से अमेरिका के साथ व्यापार में कठिन शर्तें रखता है। उनके अनुसार, भारत में आयात शुल्क बहुत अधिक हैं और वहां कई गैर-आर्थिक व्यापार अवरोध मौजूद हैं, जो विदेशी कंपनियों के लिए व्यापार को मुश्किल बनाते हैं।
सैन्य सौदों में रूस की हिस्सेदारी पर आपत्ति
Donald Trump ने यह भी उल्लेख किया कि भारत अब भी अपनी अधिकतर सैन्य ज़रूरतों के लिए रूस पर निर्भर है। साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भारत और चीन दोनों रूस से सबसे ज्यादा ऊर्जा खरीदते हैं, जिससे रूस को आर्थिक लाभ मिल रहा है। ऐसे समय में जब अमेरिका और उसके सहयोगी रूस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, भारत का यह रुख अमेरिका को खल रहा है।