'मेरी खामोशी को कमजोरी न समझो...', तेजप्रताप यादव ने अपनी पोस्ट में किसे दी चेतावनी?
तेजप्रताप यादव ने अपनी पोस्ट में किसे दी चेतावनी?
तेज प्रताप यादव ने ट्वीट के माध्यम से अपने विरोधियों को चेतावनी दी है कि उनकी खामोशी को कमजोरी न समझें. उन्होंने कहा कि अब उनकी भूमिका जनता और न्यायालय तय करेंगे, न कि कोई दल या परिवार. आरजेडी से निष्कासन के बाद उन्होंने नई पार्टी बनाने की अफवाहों को खारिज किया.
Tej Pratap yadav News: आरजेडी नेता और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव इन दिनों सियासी और पारिवारिक मोर्चे पर अकेले पड़ गए हैं. पार्टी और परिवार से बाहर निकाले जाने के बाद से ही तेज प्रताप लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. गुरुवार को उन्होंने एक ट्वीट के जरिए अपने विरोधियों को चेतावनी दी. उन्होंने लिखा, “मेरी खामोशी को कमजोरी न समझो. तुमने शुरुआत की है, अब अंत मैं करूंगा. ,झूठ और फरेब के बनाये इस चक्रव्यूह को तोड़ने का वक्त आ गया है.” तेज प्रताप ने कहा कि अब उनकी भूमिका न कोई दल तय करेगा, न ही परिवार, बल्कि जनता और न्यायालय ही निर्णायक होंगे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जबसे तेज प्रताप यादव को आरजेडी से निष्कासित किया गया है, राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा गर्म थी कि वे अपनी नई पार्टी बना सकते हैं. लेकिन उन्होंने इन खबरों का खंडन करते हुए ट्वीट में स्पष्ट किया, “कुछ लोग मीडिया के जरिए ये अफवाह फैला रहे हैं कि मैं नई पार्टी बनाने जा रहा हूं. यह सरासर झूठ है.” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस तरह की भ्रामक खबरों पर भरोसा न करें. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि उनका इशारा “जयचंद” कहकर किसकी ओर है, लेकिन उनका यह बयान सियासी हलचलों को और गहराता नजर आया.
तेजस्वी से मतभेद या समर्थन?
1 जून को तेज प्रताप ने एक और पोस्ट में छोटे भाई तेजस्वी यादव का जिक्र करते हुए कहा था कि वे उन्हें किसी भी साजिश के तहत अलग नहीं किया जा सकता. उन्होंने लिखा, “जो लोग मुझे मेरे अर्जुन से अलग करना चाहते हैं, वे नाकाम होंगे.” इस बयान के बाद अटकलें तेज हुईं कि क्या तेज प्रताप वाकई तेजस्वी के साथ हैं या सिर्फ सार्वजनिक रूप से ऐसा दिखा रहे हैं.
निजी जीवन बना राजनीतिक मुद्दा
तेज प्रताप यादव की 12 साल पुरानी लव लाइफ सामने आने के बाद बिहार की सियासत में उबाल देखने को मिला था. जब अनुष्का यादव के साथ उनकी एक पुरानी तस्वीर वायरल हुई. इसके बाद लालू प्रसाद यादव ने सख्त कदम उठाते हुए उन्हें पार्टी और परिवार दोनों से बाहर कर दिया. लालू यादव ने कहा कि तेज प्रताप का व्यवहार उनके पारिवारिक मूल्यों के खिलाफ है और अब पार्टी में उनकी कोई भूमिका नहीं होगी.
आगे क्या करेंगे तेज प्रताप?
तेज प्रताप यादव की आक्रामक शैली, चेतावनियों और भावनात्मक पोस्ट्स से साफ है कि वे चुप बैठने वाले नहीं हैं. हालांकि, वे बार-बार जनता और न्यायपालिका की बात करते हैं और यह स्पष्ट कर चुके हैं कि वे किसी राजनीतिक दल या परिवार के दबाव में नहीं हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे आगे क्या रास्ता चुनते हैं, राजनीति में वापसी का कोई नया तरीका या पूरी तरह नया मोर्चा.