मानेसर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम अटका, नए कमिश्नर ने दिए टेंडर जारी करने के निर्देश
नए कमिश्नर ने कूड़ा प्रबंधन पर लिया बड़ा फैसला
गुरुग्राम के मानेसर नगर निगम क्षेत्र में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था लंबे समय से बाधित है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या नगर निगम और सफाई कंपनी के बीच पुराने विवाद और टेंडर प्रक्रिया के अटकने के कारण उत्पन्न हुई थी। लेकिन अब मानेसर में हाल ही में नियुक्त नए नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता देते हुए टेंडर प्रक्रिया को तेज़ करने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने निगम अधिकारियों के साथ बैठक कर मानेसर पहाड़ी, गांव गढ़ी और आईएमटी सेक्टर-8 स्थित डंपिंग स्टेशनों की स्थिति और कचरा प्रोसेसिंग प्रक्रिया की जानकारी ली। साथ ही, पुराने डंपिंग स्टेशन को जल्द खाली कर नए कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था बनाने को भी कहा है। आयुक्त ने मुख्यालय से अनुमति लंबित रहने की स्थिति में भी शॉर्ट टर्म टेंडर लगाकर काम शुरू करने के आदेश दिए हैं।
लंबित टेंडर प्रक्रिया और मुख्यालय की अनुमति
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि डोर-टू-डोर कचरा उठाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और अब उसे मुख्यालय से अनुमति मिलना बाकी है। मुख्यालय ने कुछ अतिरिक्त जानकारियां मांगी हैं, जिन्हें जल्द ही भेज दिया जाएगा, ताकि टेंडर को अंतिम रूप दिया जा सके।
कमिश्नर ने दिए शॉर्ट टर्म टेंडर लगाने के निर्देश
आयुक्त आयुष सिन्हा ने निर्देश दिया कि जब तक मुख्यालय से औपचारिक अनुमति नहीं मिलती, तब तक शॉर्ट टर्म टेंडर के माध्यम से कूड़ा उठाने का काम शुरू किया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। साथ ही, उन्होंने नगर निगम क्षेत्र को विभिन्न जोनों में बांटकर नियमित मॉनिटरिंग की व्यवस्था करने पर भी जोर दिया। बैठक में कमिश्नर ने यह भी स्पष्ट किया कि जिस भी एजेंसी को कूड़ा उठाने का कार्य सौंपा जाए, उनके वाहनों में GPS ट्रैकर लगाना अनिवार्य होगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बिना GPS ट्रैकर के किसी भी गाड़ी को काम पर नहीं लगाया जाए। प्रत्येक कूड़ा उठाने वाले वाहन में ट्रैकर हो, यह सुनिश्चित करना अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी।