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लालू प्रसाद के भय से प्रधानमंत्री, सुशील मोदी और सीबीआई के एकजुटता से उन्हें परेशान किया जा रहा है : रघुवंश प्रसाद सिंह

प्रधानमंत्री कार्यालय एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मिलकर लालू प्रसाद पर जांच बैठाकर जेल भेजवाने का मुख्य भूमिका निभाया।

04:35 PM Nov 23, 2018 IST | Desk Team

प्रधानमंत्री कार्यालय एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मिलकर लालू प्रसाद पर जांच बैठाकर जेल भेजवाने का मुख्य भूमिका निभाया।

पटना : देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई है। देश की जनता कोई भी जांच से हार जाती है तो उसे पूरा विश्वास होता है उसका जांच सीबीआई से कराया जाये। ये बातें आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राजद के वरिष्ठ नेता डा. रघुवंश प्रसाद सिंह राजद कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से वार्तालाप में कहा। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने देश के प्रधानमंत्री कार्यालय एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मिलकर लालू प्रसाद पर जांच बैठाकर जेल भेजवाने का मुख्य भूमिका निभाया।

जबकि आईआरसीटीसी घोटाला एवं चारा घोटाला को पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने लालू प्रसाद को क्लीन चीट दे दिया है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना, सुशील कुमार मोदी और नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर राजनीतिक रूप से 11 साल पुराने मामले को बिना पूछ=ताछ किये केस दर्ज करने की जल्दबाजी की थी जबकि देश की सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को वर्ष 2013-14 में ही खारिज कर दिया। सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा ने राकेश अस्थाना और सुशील कुमार मोदी, बिहार के वर्तमान उपमुख्यमंत्री हैं उन्होंने लालू प्रसाद को तंग-तबाह करने में अहम भूमिका निभाया।

इसकी सारी जानकारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी था वेे केवल बताना नहीं चाहा। सीबीआई के बड़े अधिकारियों ने सुशील कुमार मोदी और नरेन्द्र मोदी के कहने पर बिहार के मुख्यमंत्री को भी विश्वास में लिया गया। श्री सिंह ने कहा कि इस प्रकार से लालू प्रसाद को पशुपालन घोटाला में श्री अस्थाना भी जांच अधिकारी थे जिन्होंने लालू प्रसाद को फंसाकर जेल में रखा। नरेन्द्र मोदी विपक्षी नेताओं को फंसाने के लिए देश के सीबीआई, ईडी, आईटी संस्थानों को भी फंसाने का काम किया। उन्होंने कहा कि देश के रिजर्ब बैंक ऑफ इंडिया और सरकार के बीच नोटबंदी के मामले में घमासान लड़ाई चल रही है।

जहां देश के सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने देश के लोकतंत्र को खतरे में बताया है और उन्होंने जनता को भी आागाह किया कि जनतंत्र में जनता जाग जाये। उन्होंने कहा कि केन्द्र में मोदी सरकार में लोकतंत्र, संविधान, आरक्षण और ईमान को खतरा में बताया है। कोई भी विपक्षी भाजपा के विरोध में कुछ बोलना चाह रहा है तो उसे सीबीआई का भय दिखाने का काम किया जाता है। 2014 में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी घुम-घुमकर कहा करते थे कि कालाधन लायेंगे और बेरोजगारो को रोजगार देंगे।

लेकिन न कालाधन आया न बेरोजगारों को रोजगार मिला। नोटबंदी से भाजपा और बड़े-बड़े कारोबारियों को लाभ हुआ। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कालाधन, किसान, पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, अनुसूचित जाति, जनजाति की समस्या को लेकर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल 35 सूत्री मांग को लेकर खेत-खलिहान, जिला और राजधानी में समिति गठन कर रही है। यह समिति बूथ स्तर पर जन आन्दोलन शुरू करेगा। जल्द ही 35 सूत्री मांग को लेकर तारीख का ऐलान किया जायेगा। लालू प्रसाद को केस में फंसाने के मामले में कानूनविदों से भी राय-विचार कर हम अदालत का दरवाजा खटखटायेंगे।

देश में लालू प्रसाद के मामले को लेकर सहयोगी दल से भी राय ले रहे हैं। वहीं झारखंड में भाजपा के मंत्री सरयु राय ने भी कहा कि लालू प्रसाद का ईलाज रांची से बाहर कराया जाना चाहिए। मगर लालू प्रसाद को परेशान करने के लिए जगन्नाथ मिश्रा को बेल देकर बाहर में ईलाज कराने हेतु कहा गया। वहीं लालू प्रसाद को झारखंड में ही रहकर इलाज कराने के लिए कहा गया। ताकि लालू प्रसाद को तंग और तबाह किया जा सके। इसको लेकर जगन्नाथ मिश्रा को बेल और लालू प्रसाद को जेल को लेकर पूरे देश में शंखनाद करेंगे। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन, पीके चौधरी, नंदू यादव, जिलाध्यक्ष देवमुनी सिंह यादव इत्यादि उपस्थित थे।

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