Dussehra 2025: भाईचारे का पैगाम, दशहरा में रावण, मेघनाथ, कुंभकरण के पुतले बनाता है मुस्लिम परिवार
Dussehra 2025: आज हम उन महापरुषो को,उनकी महानता को इस लिए याद करते है कि, उन्होंने अपने बड़े होने के साथ साथ छोटो से प्यार करना नहीं छोड़ा था,वो किसी भी धर्म के रहे मगर उन्होंने सभी धर्म के लोगो का सम्मान किया, सभी को एक समान देखा,और यही वो हिन्दू मुस्लिम एकता थी जिसने एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर अंग्रेजो को भारत से भगाया था,देश का लिखा हुआ इतिहास उन लोगो की कुर्बानियों को याद दिलाता है, जिन्होंने देश के लिए एकता प्रेम भाईचारे का पैगाम दिया,आज तक यह भाईचारा भारत में चला आ रहा है, जिसको तौड़ने के लिए तरह तरह के हथकन्डे अपनाये जा रहे है।
Dussehra 2025: हिन्दू मुस्लिम भाईचारे का संदेश

भाईचारे जो जितना भी तोड़ने की कोशिश की जा रही है, वह उतना ही मज़बूत बनकर सामने आ रहा है, यह देश की एकता, तरक्की, महानता है, अपने आप में बेमिसाल है,एक ऐसा ही हिन्दू मुस्लिम भाईचारे का संदेश सामने आया है, जिसमे में मुस्लिम समाज का एक परिवार हिन्दू समाज के विजय दशमी पर रावण,मेघनाथ,कुंभकर्ण का पुतले बनाने का काम वर्षो से करते आ रहे है।
Ravan Statue: भाईचारे का पैगाम

यह परिवार मुजफ्फरनगर के चरथावल का है, खुर्शीद भारती पुत्र रशीद,अपने भाई रिजवान प्रधान पुत्र रशीद एक साथ मिलकर अपने बच्चो रिहान पुत्र खुर्शीद,कैफ पुत्र खुर्शीद,मुजम्मिल पुत्र खुर्शीद,चांद पुत्र रिजवान, के साथ मिलकर हिन्दू समाज की आस्था का प्रतीक दशहरा में दहन होने वाले पुतलों को बनाने का काम करते है,इन लोगो का कहना है कि हमारे साथ हिन्दू समाज और हम हिन्दू समाज के लिए भाईचारे का पैगाम देते है, हमे एक दुसरे से प्यार है,प्रभु श्रीराम हम सबके आदर्श है।
हम उनका दिल से सम्मान करते है,भारत के सबसे खुबसूरत भाईचारे को कुछ लोगो की वजह से हानि उठानी पड़ रही है,लेकिन जब तक अमन पसंद लोग दुनिया में है नफरत मोहब्बत का कुछ नही बिगाड़ सकती,मुस्लिम परिवार के कार्य की सरहाना करते हुए रामलीला कमेटी का कहना है, श्रीराम सबके राम है, जिन्होंने किसी के साथ कोई भेदभाव नही किया, हम भी उन्ही के आदर्शों पर चल रहे है, हिन्दू धर्म नफरत का धर्म नही मोहब्बत का धर्म है, जो सबका सम्मान करता है।
फैजान सिद्दीकी की रिपोर्ट
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