छात्र संघ चुनाव के दौरान कॉलेज के छात्रों को क्या-क्या मिलते हैं बेनिफिट्स? आखिर क्यों इतना खुश रहते हैं स्टूडेंट्स
DUSU Election Benefits: दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के छात्रसंघ चुनाव इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है। पिछले कुछ हफ्तों से अलग-अलग छात्र संगठन अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में सोशल मीडिया कैंपेन में लगे हुए थे। इस चुनावी माहौल में कुछ छात्रों के मजेदार और व्यंग्यात्मक कंटेंट भी देखने को मिले, जिससे चुनावी माहौल के पीछे की सच्चाई भी सामने आई। हालांकि अब चुनाव के नतीजों के लिए वोटों की गिनती जारी है।
Insta viral video: वायरल हुआ एक मजेदार वीडियो
ऐसा ही एक वीडियो इंस्टाग्राम पर काफी वायरल हो रहा है। @poorvi_10_10 नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से एक छात्रा ने वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह डीयू इलेक्शन के ‘फायदे’ गिनाती नजर आती है। वीडियो पर लिखा है – "डीयू इलेक्शन के फायदे"। वीडियो में लड़की के हाथ में एक फ्री मूवी टिकट दिखाई देता है, जो पीवीआर साकेत का है। वह बताती है कि आज इलेक्शन का आखिरी दिन है और उन्हें मुफ्त में मूवी टिकट मिला है। यही नहीं, उस टिकट के साथ फ्री पॉपकॉर्न भी मिला है। फिर वह कैमरे में सिनेमा हॉल के अंदर से फिल्म की झलक भी दिखाती है।
DUSU Election Benefits: छात्रा ने इलेक्शन के पीछे की सच्चाई बताई
वीडियो में छात्रा मस्ती के अंदाज़ में चुनाव के पीछे छिपे "फायदे" बता रही है, लेकिन असल में यह वीडियो डीयू चुनाव की अंदर की राजनीति को उजागर कर रहा है। उसका कहना है कि यदि ऐसे ही फ्री मूवी टिकट और खाना मिलता रहा, तो चुनाव कम से कम दो महीने तक चलना चाहिए। यह वीडियो इशारा करता है कि चुनाव के वक्त छात्र संगठनों द्वारा छात्रों को लुभाने के लिए तरह-तरह के लालच दिए जाते हैं।
DUSU Election: चुनाव के दौरान मुफ्त सुविधाओं की भरमार
डीयू छात्रसंघ चुनाव में यह कोई नई बात नहीं है कि छात्र संगठनों द्वारा प्रचार के नाम पर खूब पैसा खर्च किया जाता है। वोटिंग से पहले और वोटिंग के दिन कई छात्रों को फ्री मूवी टिकट, फ्री खाना, डिनर, गिफ्ट्स जैसी चीजें ऑफर की जाती हैं। इसका मकसद होता है छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करना और उनके वोट हासिल करना।
प्रत्याशियों के दावे और हकीकत में अंतर
हालांकि, छात्र संगठन और प्रत्याशी यह दावा करते हैं कि वे किसी को मुफ्त में कुछ नहीं देते और चुनाव निष्पक्ष तरीके से लड़ते हैं। लेकिन ऐसे वीडियो उनके दावों की सच्चाई उजागर कर देते हैं। छात्रा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब लोग इस चुनावी खेल के पीछे के असली चेहरे को पहचानने लगे हैं। यह न सिर्फ मजेदार है बल्कि सोचने पर मजबूर भी करता है कि क्या छात्र राजनीति का स्तर इस हद तक गिर चुका है?