म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप से भारी तबाही, 144 लोगों की मौत, कई इमारतें ध्वस्त
म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप से 144 की मौत, मस्जिद समेत कई इमारतें गिरी…
म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद कम से कम 144 लोगों की मौत हो गई। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि रिपोर्ट्स बताती हैं कि मांडले शहर में एक मस्जिद ढह गई जिसमें कई लोग मारे गए हैं। भूकंप, का केंद्र सागाइंग के उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर था। झटके म्यांमार, थाईलैंड, पूर्वोत्तर भारत और चीन के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए। भूकंप इतना तीव्र था कि बैंकॉक में मेट्रो और रेल सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं, जिससे निवासियों में व्यापक दहशत फैल गई। थाई प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने तत्काल संकट बैठक बुलाई और राजधानी में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी।
म्यांमार में स्थिति गंभीर
म्यांमार में स्थिति गंभीर बनी हुई है, खासकर मांडले क्षेत्र में इमारतों के ढहने और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। मांडले और यांगून के बीच की सड़कों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे राहत प्रयासों में बाधा आ रही है। प्रभावित क्षेत्रों से चौंकाने वाले फुटेज में ढहती इमारतें और भयभीत लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भागते हुए दिख रहे हैं। लाओस के विएंतियाने में भी झटके महसूस किए गए यहां भी ऊंची इमारतों में तीव्र झटकों के वीडियो वायरल हो रहे हैं। म्यांमार में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है, राहत और बचाव प्रयासों में सहायता के लिए अंतर्राष्ट्रीय अपील जारी की गई है। देश में अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है, आपातकालीन टीमें जीवित बचे लोगों को ढूंढने तथा अपने घरों में फंसे लोगों की सहायता करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं।
पीएम मोदी ने हर संभव मदद का किया वादा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार और थाईलैंड में आए शक्तिशाली भूकंप पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने दोनों सरकारों को हर संभव मदद देने का वादा किया है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा, म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों से तैयार रहने को कहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क में रहने को कहा है।
बढ़ सकता है मौतों का आंकड़ा
अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मताबिक, इस भूकंप से होने वाली मौतों की संभावना रेड कैटेगरी में रखी गई है। इसका मतलब है कि 10 हजार से 1 लाख लोगों की मौत हो सकती है। USGS का अनुमान है कि इस भूकंप से इतनी बड़ी संख्या में मौतें होने की संभावना 34 प्रतिशत है, जो सबसे ज्यादा है। इससे साफ हो कि इस आपदा से भारी तबाही मच सकती है।
पांच देशों में महसूस किए गए भूकंप के झटके
भूकंप का असर म्यांमार, थाईलैंड, बांग्लादेश, भारत और दक्षिण-पश्चिम चीन समेत 5 देशों में देखने को मिला। कई इलाकों में तेज झटके महसूस किए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कोलकाता, इंफाल, मेघालय और ईस्ट कार्गो हिल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए है।
म्यांमार में क्यों आते हैं इतने भूकंप
आपकों बता दे म्यांमार में हर महीने करीब 8 भूकंप आते हैं। इसकार कारण ये है कि म्यांमार से Ring of Fire की दूरी ज्यादा नहीं है, जहां पूरी दुनिया के 81 प्रतिशत भूकंप आते हैं। इसके अलावा म्यामांर Indian Plates और Sunda Plates के बीच है, जिसकी वजह से इन Plates के टकराने से म्यांमार में भूकम्प के झटके लगते रहते हैं, और इस Fault को SAGAING (सागाइंग) फॉल्ट कहते हैं।