मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने यूनिटेक बिल्डर्स की 150 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति कुर्क की
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि जमीन जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनी यूनिटेक ग्रुप की 150 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति को कुर्क किया गया है।
08:16 PM Mar 30, 2021 IST | Ujjwal Jain
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि जमीन जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनी यूनिटेक ग्रुप की 150 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति को कुर्क किया गया है। इन संपत्तियों में एक दर्जन से अधिक भूखंड शामिल हैं। कुल 48.56 एकड़ के ये भूखंड दिल्ली के समीप गुड़गांव में हैं।
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ईडी के अनुसार, ‘‘इन भूखंडों का पंजीकृत मूल्य 152.48 करोड़ रुपये है और ये यूनिटेक समूह के प्रवर्तकों के हैं। उन्होंने ये संपत्ति दूसरे के नाम पर अथवा ब्राउन इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लि., कोर कम्युनिटीज इंडिया प्राइवेट लि. और जोशु गुड़गांव सेज प्राइवेट लि. जैसी बेनामी इकाइयों के नाम पर ली हुई थी।’’
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जांच एजेंसी ने आरोप लगाया, ‘‘ये तीन इकाइयां त्रिकार ग्रुप/कोर ग्रुप का हिस्सा है जो यूनिटेक समूह के चंद्रा परिवार का बेनामी निवेश है।’’ यूनिटेक ग्रुप और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ मौजूदा आपराधिक मामला मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया है। उन पर ये आरोप हैं कि संजय चंद्रा और अजय चंद्रा ने अवैध तरीके से 2,000 करोड़ रुपये से अधिक साइप्रस और केमैन आईलैंड को हस्तांतरित किये।
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एजेंसी ने हाल ही में मामले में अपनी जांच के संदर्भ में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र-दिल्ली और मुंबई में 35 परिसरों की तलाशी ली थी। ईडी के दावे के अनुसार जांच में पाया गया कि इन संपत्तियों की खरीद के लिये कोष का हस्तांतरण जोशु पीटीई लि., त्रिकार रेजिडेंशियल डेवलपर्स पीटीई लि. और त्रिकार प्रोपर्टी आपुर्चुनिटीज पीटीई लि. जैसी सिंगापुर की कंपनियों के जरिये 2015-2020 के दौरान किये गये।
जांच एजेंसी ने कहा कि इन कंपनियों के धन का स्रोत केमैन आईलैंड स्थित इकाई त्रिकार फंड लि. (एसपीसी)थी जिसका नियंत्रण चंद्रा परिवार के पास था। चंद्रा परिवार इसका नियंत्रण केमैन स्थित इकाई त्रिकार एसेट मैनेजमेंट लि. एसपीसी के जरिये कर रहा था।

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