सोनिया गांधी के दामाद को ED का समन, जमीन घोटाले में फिर पूछताछ
ED ने जमीन घोटाले में सोनिया गांधी के दामाद को फिर बुलाया
रॉबर्ट वाड्रा को जमीन घोटाले में ED ने दूसरी बार समन भेजा है। पहले भी प्रियंका गांधी के पति को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए थे। ED को संदेह है कि वाड्रा ने जमीन घोटाले किए हैं।
ED ने जमीन घोटाले में एक बार फिर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को तलब किया है। ED की तरफ से उन्हें दूसरी बार नोटिस भेजा गया है। इससे पहले भी प्रियंका गांधी के पति वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। ऐसे में वाड्रा को आज 15 अप्रैल को दूसरी बार ED का समन मिला है। वाड्रा को जमीन घोटाले मामले में ED की तरफ से दूसरी बार समन भेजा गया है। ED को संदेह है कि वाड्रा ने जमीन घोटाले किए हैं।
क्या है पूरा मामला?
वाड्रा से जुड़ा यह मामला उस समय का है जब हरियाणा में सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार थी। हरियाणा सरकार ने उस समय इस जमीन में से 2.70 एकड़ जमीन को कमर्शियल कॉलोनी के तौर पर बनाने के लिए वाड्रा की कंपनी को लाइसेंस दिया गया था। लेकिन कॉलोनी बनाने के बजाए वाड्रा ने इस जमीन को 58 करोड़ रूपये में DLF यूनिवर्सल लिमिटेड से बेच दिया था। आरोप है कि वाड्रा की कंपनी ने हरियाणा सरकार से मिली कम दामों पर जमीन को DLF से अधिक दामों में बेचकर अधिक प्रॉफिट कमाया था।
साल 2012 का मामला
बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने 18 सितंबर 2012 को एक सेल डील के जरिए यह जमीन डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को बेच दी थी, लेकिन हरियाणा सरकार की टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने लाइसेंस ट्रांसफर करने की अंतिम अनुमति नहीं दी थी।
7.50 करोड़ रुपये में 3.53 एकड़ जमीन
वाड्रा को आज ईडी के सामने पेश होने को कहा गया है। ईडी को शक है कि वाड्रा ने मनी लॉन्ड्रिंग की है। रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड को कॉलोनी विकसित करने के नाम पर गुरुग्राम में 7.50 करोड़ रुपये में 3.53 एकड़ जमीन दी गई थी।
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