चीनी फर्जी कंपनियों से जुड़े एचपीजेड टोकन घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, 106.20 करोड़ की संपत्ति जब्त
इन कंपनियों ने एक ऐप के माध्यम से अपने निवेश को दोगुना करने के बहाने निवेशकों से सैकड़ों करोड़ रुपये ठगे।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित एचपीजेड टोकन ‘घोटाले’ की जांच के तहत भारत और दुबई में 106.20 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियां जब्त की हैं। एजेंसी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस ‘घोटाले’ में चीनी लिंक वाली फर्जी इकाइयां भी शामिल हैं। इन कंपनियों ने एक ऐप और ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी वेबसाइटों के माध्यम से अपने निवेश को दोगुना करने के बहाने निवेशकों से सैकड़ों करोड़ रुपये ठगे। ईडी के दीमापुर उप-क्षेत्रीय कार्यालय ने भारत और दुबई में चल और अचल संपत्तियों के रूप में अपराध की आय (पीओसी) जब्त की है। इन संपत्तियों का मूल्य 106.20 करोड़ रुपये है। ये संपत्तियां विभिन्न व्यक्तियों और फर्जी इकाइयों से संबंधित हैं।
इन कंपनियों में चीनी लिंक वाली फर्जी इकाइयां भी शामिल हैं। ये कंपनियां एचपीजेड टोकन ऐप और ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी वेबसाइटों के माध्यम से अपने निवेश को दोगुना करने के बहाने निवेशकों से सैकड़ों करोड़ रुपये ठगने में शामिल पाई गई हैं। ईडी ने साइबर अपराध पुलिस स्टेशन, कोहिमा (नागालैंड) द्वारा आईपीसी, 1860 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की है। यह जांच बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी के खनन के लिए पैसा लगाने पर भारी रिटर्न के वादे की आड़ में भोले-भाले निवेशकों को ठगने के संबंध में की गई थी।
इसके लिए “एचपीजेड टोकन” नामक ऐप-आधारित टोकन का इस्तेमाल किया गया था। ईडी की जांच में पता चला है कि “57,000 रुपये के निवेश के लिए तीन महीने तक प्रतिदिन 4,000 रुपये का रिटर्न देने का वादा किया गया था।” ईडी ने एक बयान में कहा, “शुरू में निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए रिटर्न दिया गया और साथ ही नए निवेश के आकर्षक प्रस्ताव पेश किए गए, जिससे भोले-भाले निवेशकों द्वारा और अधिक निवेश किया गया। इसके बाद, एकत्र किए गए धन को निकाल लिया गया और ऐप और वेबसाइट को एक्सेस नहीं किया जा सका।
” संघीय एजेंसी ने कहा, “पीओसी की कुर्की की वर्तमान कार्रवाई पहले की कार्रवाई के क्रम में है, जब ईडी ने पूरे देश में 44 स्थानों पर तलाशी ली थी और विभिन्न बैंकों और आभासी खातों में फर्जी संस्थाओं द्वारा बनाए गए कुल 176.67 करोड़ रुपये की शेष राशि को फ्रीज कर दिया था और 320.53 करोड़ रुपये की कुर्की की थी।” ईडी ने कहा कि अब तक इस मामले में उसकी दीमापुर इकाई द्वारा कुल 603.40 करोड़ रुपये की पीओसी फ्रीज और कुर्क की गई है।