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पाक में पहली महिला राजनयिक

04:38 AM Aug 30, 2023 IST
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स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के तौर पर उभरा है। दुनिया का सबसे बड़ा संविधान भारत के पास है। आजादी के अमृतकाल तक आते-आते महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया और सम्मान हासिल किया। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और  कौशल के माध्यम से महिलाओं ने न केवल खुद को आर्थिक रूप से मजबूत किया बल्कि कुछ पदों पर रहकर अपने कौशल का लोहा मनवाया। उद्योग जगत में,व्यवसाय में,बैंकिंग सेवाओं और डिजिटलीकरण के दौर में महिलाओं ने खुद को सामाजिक और वित्तीय रूप से सशक्त बनाया। भारत में मुख्यमंत्री पद से लेकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पद तक महिलाएं आसीन रही हैं। इतिहास गवाह है कि झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से लेकर भारत की महिला शिक्षिका सावित्री बाईफुले तक महिलाओं ने बड़े पैमाने पर समाज में बदलाव के उदाहरण स्थापित किए। खेलों में भी भारतीय लड़कियों ने दुनिया को हैरत में डाल रखा है। रवीन्द्रनाथ टैगोर के शब्दों में भारतीय महिलाएं ऊर्जा से लवरेज, दूरदर्शिता, जीवंत उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ सभी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं। हमारे लिए महिलाएं न केवल घर की रोशनी में बल्कि इस रोशन की लौ भी हैं। अनादिकाल से ही महिलाएं मानव की प्रेरणा का स्रोत रही हैं।
अब विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत ग​ीतिका श्रीवास्तव को पड़ोसी देश पाकिस्तान में इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में भारत का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है। वह वर्तमान प्रभारी सुरेश कुमार का कार्यकाल समाप्त होने के बाद नया कार्यभार सम्भालेंगी। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद गीतिका श्रीवास्तव पाकिस्तान में भारतीय मिशन का प्रमुख बनने वाली पहली महिला होंगी।
 1947 में श्री प्रकाश को तत्कालीन पाकिस्तान डोमिनियन में भारतीय उच्चायुक्त के रूप में भेजा गया था। इसके बाद से नई दिल्ली का प्रतिनिधित्व हमेशा पुरुष राजनयिकों द्वारा किया गया है। अब तक यहां 22 मिशन प्रमुख रह चुके हैं। इस्लामाबाद में अंतिम भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया थे, जिन्हें 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पाकिस्तान द्वारा उच्चायोग की स्थिति को कम करने के निर्णय के बाद वापस ले लिया गया था। महिला राजनयिकों को पहले भी पाकिस्तान में तैनात किया गया है लेकिन उच्चतम स्तर पर पहली बार महिला की नियुक्ति की गई है। इसे एक कठिन पोस्टिंग भी माना जाता है, क्योंकि कुछ साल पहले इस्लामाबाद को भारतीय राजनयिकों के लिए “गैर-पारिवारिक” पोस्टिंग घोषित किया गया था। यह आमतौर पर महिला अधिकारियों को पाकिस्तान में कार्यभार संभालने से रोकता है।
यद्यपि पाकिस्तान में बेनजीर भुट्टो प्रधानमंत्री पद पर रही हैं और नवाज परिवार की या अन्य रसूखदार परिवारों की महिलाएं भी राजनीति में हैं लेकिन वहां आज भी महिलाओं की समाज में उतनी प्रतिष्ठा नहीं है जितनी भारत में है। गीतिका श्रीवास्तव को विदेश सेवा में अच्छा खासा अनुभव प्राप्त है। गीतिका श्रीवास्तव 2005 बैच की भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी हैं। गीतिका श्रीवास्तव मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। वर्तमान में वह विदेश मंत्रालय के हिंद-प्रशांत प्रभाग में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत हैं। यह आसियान, आईओआरए और अन्य के साथ भारत की बहुपक्षीय कूटनीति की देखभाल करता है।  वह धाराप्रवाह चीनी (मंदारिन भाषा) बोलती हैं। गीतिका श्रीवास्तव इससे पहले कोलकाता में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी और विदेश मंत्रालय के आईओआर डिवीजन में निदेशक के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
अगस्त 2019 में केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने राजनयिक संबंधों का दर्ज घटा दिया था जिसके बाद इस्लामाबाद और दिल्ली में पाकिस्तानी और भारतीय उच्चायोगों का नेतृत्व उनके संबंधित प्रभारियों द्वारा ही किया जाता है। चार साल के लम्बे अंतराल के बाद गीतिका श्रीवास्तव इस्लामाबाद में भारत की पूर्णकालिक उपायुक्त होंगी। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं। दोनों देशों के बीच कोई वार्ता नहीं हो रही और व्यापार भी ठप्प है। भारत का स्पष्ट स्टैंड है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकते। भारत और  पाकिस्तान दोनों ही देशों के इ​तिहास में महिलाओं ने कूटनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। समय के साथ-साथ राजनयिक प्रयासों और वार्ताओं में महिलाओं को शामिल करने के महत्व की मान्यता बढ़ रही है। उम्मीद है कि गीतिका श्रीवास्तव दोनों देशों के बीच जटिल संबंधों को सम्बोधित करने में अधिक प्रभावी साबित होंगी। वह पाकिस्तान में भारत की आवाज बनेंगी। पाकिस्तान ने भी नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के नए प्रभारी के तौर पर साद वारियाच की ​नियुक्ति की है। देखना होगा कि इन नियुक्तियों से क्या दोनों देशों के रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलेगी।
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