सभी ब्रांचों में धूमधाम से वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाया
इस बार हमने सारी शाखाओं को कहा था कि अपनी-अपनी शाखा में 'सीनियर सिटीजन डे' मनाएं। सब शाखाओं ने बड़ी धूमधाम से मनाया। इस मौके पर मुझे कुछ शाखाओं में जाने का अवसर भी मिला। सबसे पहले पंजाबी बाग ब्रांच में जाने का अवसर प्राप्त हुआ। वहां अजीब ही नये तरीके का नजारा था। इस बार शाखाध्यक्ष के स्थान पर सदस्य ही ब्रांच चला रहे थे और ब्रांच की हैड किरण मदान और को-हैड करुणा और रूबी आम सदस्यों की तरह बैठे थे और जिस तरीके से गुजराल और सडाना ने ब्रांच सम्भाली हुई थी ऐसा लग रहा था, ब्रांच हैड और को-हैड ने उनके ऊपर अमिट छाप छोड़ी हुई है। ब्रांच हैड की मेहनत दिख रही थी, सबने अपना टैलेन्ट दिखाया। क्या टैलेन्ट है, लग ही नहीं रहा था कि यह सीनियर सिटीजन हैं। गुजराल साहब क्या हंसी के फव्वारे छोड़ रहे थे। क्या चुटकुले सुना रहे थे। उसका आनन्द कुछ और ही था, उनके बीच मैं भी खूब हंसी। मॉडल टाऊन शाखा ने तो बहुत मजे से मनाया वे बस भरकर सबको पिकनिक पर ले गये। भारत दर्शन पार्क, इण्डिया गेट, संसद भवन की शानदार यात्रा की। उनकी जब मस्ती करते, आनन्द लेते फोटो देखी तो मुझे महसूस हुआ कि मैं भी उनमें शामिल होकर आनंद उठा रही हूं। ब्रांच हैड, को-हैड ने बहुत मेहनत की इस पिकनिक को सफल बनाने में। मुझे पश्चिम विहार जाने का अवसर प्राप्त हुआ क्योंकि सदस्य बहुत बढ़ गये हैं तो उन्होंने आर्य समाज मन्दिर में प्रोग्राम रखा। क्या उत्साह था, जोश था। उन्होंने गर्मजोशी से मेरा स्वागत किया, एक से एक बढ़कर सदस्यों ने हिस्सा लिया। पुराने गानों पर झूम रहे थे, डांस कर रहे थे तो मन्दिर के अधिकारियों ने उन्हें कहा - यहां आप फिल्मी गाने और डांस नहीं कर सकते तो वरिष्ठ नागरिकों ने इसे भी एंजाय किया। उन्होंने झट से अपने गानों को भजनों में बदल दिया और डांस को भक्ति भाव में बदलकर झूूमना शुरू कर दिया। वाह भाई वाह, आपकी सूझबूझ को दाद देती हूं। ब्रांच हैंड रमा ने कमाल की एंकरिंग की। सारे प्रोग्राम में उनकी को-हैड उर्मिल जी और डॉ. तिवारी की मेहनत दिखाई दे रही थी।
यही नहीं गुजरांवाला टाऊन शाखा ने भी कमाल ही कर दिया। इसकी हैड विदु विज और गीता नैय्यर ने नये आइडिये से काम किया। उन्होंने वेस्टेज के सही उपयोग और पर्यावरण शुद्धि पर नाटिका व प्रदर्शनी से सबको जागरूक किया और मस्ती भरे कार्यक्रम करवाए।
ग्रीन पार्क ब्रांच के सदस्यों ने तो और भी कमाल किया। ब्रांच हैड रेणू गुलाटी और शशि खन्ना ने खूब मेहनत करके इसे नये अंदाज से मनाया। सदस्यों के मधुर गीतों व मनोरंजक कार्यक्रमों का जवाब नहीं। सदस्यों ने मोनो एक्टिंग का निराला कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
जी.के. 2 ब्रांच की हैड अंजू कश्यप जी ने तो बहुत ही कमाल कर रखा है। बहुत से सदस्य जुड़ गए हैं, वहां के सदस्यों में तो टैलेंट भरा हुआ है। वीरेन्द्र मेहता जी जिन्होंने 1001 कविताएं लिख दीं। सारी ब्रांच चलाने में रजनीश गोयंका जी का बहुत सहयोग है। इस बार ब्रांच में जाकरबहुत आनंद आया। बहुत से लोग विशेषकर आरडब्ल्यूए के शर्मा जी तथा उनकी पत्नी और बहुत से साथी आए।
गुडग़ांव ब्रांच के धर्म सागर जी और उनकी टीम, चावला जी, क्वात्रा जी, पूनम भटनागर का तो क्या कहना, वहां इतनी रौनक है कि धर्म सागर जी को एक और वहां ब्रांच खोलने की रिक्वैस्ट आ रही है, परन्तु मैंने सारी जिम्मेदारी धर्मसागर जी पर छोड़ी है कि जब आपको डीएलएफ में उचित ब्रांच हैड मिले तो ही खोलेंगे। अभी इंतजार है फरीदाबाद ब्रांच, हैदराबाद ब्रांच, सोनीपत ब्रांच, नोएडा ब्रांच, नरेला और कतलूपुर ब्रांच के प्रोग्राम का।