'चुनाव में टिकट उन्हें मिलेगा जो योग करेगा...', जयंत चौधरी ने क्यों दिया ऐसा बयान?
चुनाव में टिकट उन्हें मिलेगा जो योग करेगा: जयंत चौधरी
जयंत चौधरी ने अपने बयान में कहा कि इस बार चुनावी टिकट उन्हीं लोगों को दिया जाएगा जो शारीरिक रूप से स्वस्थ और मानसिक रूप से संतुलित होंगे. उन्होंने कहा कि “बहुत से लोग टिकट के नाम पर घबराने लगते हैं, उनकी सांसें फूल जाती हैं.”
Jayant Chaudhary News: देश और दुनियाभर में आज यानी 21 जून को 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. ऐसे में भारत के विभिन्न हिस्सों में नेताओं, नागरिकों और युवाओं ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इस दौरान मेरठ के सरधना चर्च में केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने योगाभ्यास में भाग लेने के बाद मीडिया से बातचीत की में योग से जुड़े कई अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा किए हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जयंत चौधरी ने अपने बयान में कहा कि इस बार चुनावी टिकट उन्हीं लोगों को दिया जाएगा जो शारीरिक रूप से स्वस्थ और मानसिक रूप से संतुलित होंगे. उन्होंने कहा कि “बहुत से लोग टिकट के नाम पर घबराने लगते हैं, उनकी सांसें फूल जाती हैं.” इसलिए, पार्टी यह तय करेगी कि उम्मीदवार योगाभ्यास कर पाएं और खुद को मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार रख सकें. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि इस बार टिकट पाने के लिए योग परीक्षा पास करनी पड़ेगी.
राजनीति में युवाओं की भागीदारी
युवाओं की भूमिका पर जोर देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत एक युवा देश है और युवा ही देश की दिशा तय करते हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने संसद में एक प्राइवेट बिल पेश किया था, जिसमें सांसद या विधायक बनने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष करने का प्रस्ताव रखा गया था. जयंत चौधरी ने तर्क दिया कि जब युवा 21 वर्ष की उम्र में नौकरी कर सकते हैं, प्रशासनिक अधिकारी बन सकते हैं या अपना व्यवसाय चला सकते हैं, तो उन्हें राजनीति में भाग लेने से क्यों रोका जाए?
योग से शांति और समरसता का संदेश
जयंत चौधरी ने वर्तमान वैश्विक हालात का जिक्र करते हुए कहा कि आज दुनिया कई जगहों पर तनाव और युद्ध की स्थिति से गुजर रही है. ऐसे में योग एक ऐसा माध्यम है जो लोगों को मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन प्रदान कर सकता है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष योग दिवस की थीम भी वैश्विक शांति और एकता को बढ़ावा देने पर केंद्रित है.
योग जोड़ता है: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापट्टनम में आयोजित एक भव्य योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसमें लगभग 3 लाख लोग और 40 देशों के राजनयिक मौजूद थे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि यह जीवन को जोड़ने और संतुलित रखने का एक माध्यम है. उन्होंने बताया कि वर्तमान वैश्विक तनाव के माहौल में योग शांति का सबसे सशक्त माध्यम बन सकता है.
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