Patna: कुख्यात अजय राय का एनकाउंटर, एसटीएफ इंस्पेक्टर घायल
पटना में मोस्ट वांटेड अजय राय ऊर्फ काका का एनकाउंटर हो गया है।
पटना में मोस्ट वांटेड अजय राय ऊर्फ काका का एनकाउंटर हो गया है। एनकाउंटर के दौरान दोनों ओर से 12 राउंड से अधिक फायरिंग हुई। जक्कनपुर थाने के संजय नगर में रोड नंबर 10 में शुक्रवार रात मुठभेड़ हुई। इसमें एसटीएफ के इंस्पेक्टर दिवाकर को भी गोली लगी है। दिवाकर निजी अस्पताल में भर्ती हैं। दरअसल, एसटीएफ को सूचना मिली थी कि संजय नगर में कुख्यात अजय राय नाम बदलकर रह रहा है। वो बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसके बाद टीम मौके पर पहुंची और अजय को सरेंडर करने के लिए कहा। वहां दो और अपराधी थे। वो दोनों भाग गए।
अजय ने चलाई थी पहले गोली
अजय ने पुलिस पर गोली चला दी। उसके बाद एसटीएफ ने मोर्चा संभाला। अजय को चार गोलियां लगी थीं। उसको एनएमसीएच ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। एसटीएफ के डीआईजी विवेकानंद ने कहा कि अजय का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। मौके से पिस्टल, मोबाइल, 8 से 10 खोखे, अपराधियों के अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
बार-बार ठिकाना बदल रहा था
एसटीएफ अजय को गिरफ्तार करने के पीछे लगी थी। वह बार-बार ठिकाना बदल रहा था। पुलिस से बचने को उसने पटना के जक्कनपुर थाना के संजय नगर रोड नंबर 10 में सविता देवी के मकान में नौ दिसंबर को किराए पर कमरा लिया था। उसने खुद को बिजली का ठेकेदार बताया और आकाश यादव नाम से मकान लिया था। 10 दिसंबर से वह उस मकान में रह रहा था।
अजय के साथ मो. साहिल और विकास थे
गुरुवार को उसने मकान मालकिन को आधार कार्ड दिया था। उसके साथ वहां मो. साहिल और विकास नाम का युवक रह रहा था। दोनों कुख्यात हैं। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि अजय संजय नगर में है। उसके बाद एसटीएफ ने मकान की घेराबंदी की।
3 साल पहले बनाया था अपना गिरोह
अजय राय कुख्यात चंदन सोनार गैंग से जुड़ा था। चंदन का अपहरण करने में सबसे बड़ा गिरोह है। इस गिरोह ने दमन दीव के कारोबारी का अपहरण किया था और उन्हें छपरा में लाकर रखा था। फिरौती में 9 करोड़ लिए थे। अजय पर बैंक डकैती अपहरण का केस सारण और हरियाणा में दर्ज है। उस पर सारण समेत कई जिलों में बैंक डकैती के 7 केस थे। अपहरण का भी केस था। उस पर हरियाणा में भी लूट का केस था, उसने 3 साल पहले अपना गैंग बनाया था। पुलिस एसटीएफ उसे कई महीनों से तलाश रही थी।